Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे जंक्शन पर शनिवार को राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के साझा अभियान में लगभग दो करोड़ रुपये का मादक पदार्थ (ऑक्सीटोसिन) बरामद किया गया. जीआरपी के अनुसार मामले में दो आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) प्रकाश डी के निर्देश पर इस समय संदिग्ध तस्करों के खिलाफ अभियान चल रहा है.
आधिकारिक बयान के अनुसार, आरपीएफ पोस्ट लखनऊ जंक्शन तथा जीआरपी थाना चारबाग की संयुक्त कार्रवाई में रेलवे पार्सल के माध्यम से तस्करी कर बिहार राज्य से लाया जा रहा प्रतिबंधित मादक पदार्थ ऑक्सीटोसिन की बरामदगी की गयी.
ये भी पढें: UP Road Accident: यूपी के लखनऊ में कार ने दो ई-रिक्शा को मारी टक्कर, 17 बच्चे घायल, 5 की हालत गंभीर
लखनऊ के चारबाग जंक्शन से करीब दो करोड़ रुपये का मादक पदार्थ बरामद
आज चारबाग स्टेशन पर RPF/GRP की सम्मिलित चेकिंग के दौरान 120 पेटी अवैध ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बरामद किया गया, इसकी कीमत लगभग 01करोड़ 93 लाख रुपए है। इस संबंध में 2 व्यक्तियों के विरुद्ध थाना GRP चारबाग पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई प्रचलित है। pic.twitter.com/C9g5rM1sj2
— GRP UTTAR PRADESH (@upgrp_grp) November 16, 2024
बयान में बताया गया कि मुखबिर से सूचना मिली कि अवैध ऑक्सीटोसिन की बड़ी खेप लगभग 43 पैकेट गाड़ी संख्या 15053 से छपरा से लखनऊ के जरिए पार्सल आया है, जिसके पांच पैकेट पार्टी लेकर गयी है. अगर जल्दी चेक किया जाएगा तो शेष की बरामदगी हो सकती है. बयान में यह भी कहा गया कि खोजबीन करवाया तो गोपनीय जांच में पार्सल घर में मौजूद 38 पैकेट ऐसा पार्सल था, जिसको प्राप्त करने वाला कोई नहीं मिला.
इसके बाद जांच में दो आरोपियों का नाम सामने आया जिनके खिलाफ चारबाग जीआरपी थाने में संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गयी. आरोपियों की शिनाख्त बिहार राज्य के छपरा जिले के तेलपा निवासी संतोष सिंह और उप्र के सीतापुर जिले के चांदी के निवासी राम लोटन के रूप में हुई है, जिनके खिलाफ मामला पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही अमल में लाई जा रही है.
पुलिस के अनुसार इस तस्करी में अन्य अज्ञात अपराधियों के सम्मिलित होने की भी पूर्ण संभावना है, जिनकी छानबीन कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)