अगरतला, 31 अक्टूबर त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अमिताभ रंजन ने सोमवार को दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार आया है लेकिन इसके बारे में गलत सूचना फैलायी जा रही है।
हिरासत में कथित तौर पर यातना के बाद एक आदिवासी युवक की मौत, अगरतला में एक व्यवसायी की हत्या और उत्तर त्रिपुरा के कदमतला तथा पानीसागर में साम्प्रदायिक तनाव को लेकर विपक्ष द्वारा पुलिस की आलोचना के बीच रंजन का यह बयान आया है।
डीजीपी ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर एक समारोह के इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘कानून-व्यवस्था के बारे में गलत सूचना फैलायी जा रही है लेकिन सच्चाई यह है कि राज्य में पिछले 10 साल की तुलना में इस साल कम अपराध दर्ज किए गए हैं। मैं सभी शंकाओं को दूर करना चाहता हूं कि चाहे किसी भी तरह का अपराध हो, अपराधों में गिरावट आयी है।’’
उन्होंने कहा कि राज्य में शांतिपूर्ण लोकसभा और पंचायत चुनावों ने दिखाया है कि कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य है।
रंजन ने कहा कि मुख्यमंत्री माणिक साहा ने पुलिस से स्पष्ट रूप से कहा है कि जब भी कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगाड़ने की कोशिश हो, तो उनसे सख्ती से निपटा आए।
दक्षिण त्रिपुरा के मनुबाजार में पुलिस हिरासत में आदिवासी युवक के कथित उत्पीड़न के बारे में पूछे जाने पर डीजीपी ने कहा कि पुलिस कभी-कभी गलतियां करती है लेकिन इस मामले में त्वरित कार्रवाई की गयी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपने कर्मियों को गिरफ्तार किया और उन्हें जेल भेजा।’’
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