नयी दिल्ली, 11 मई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि उनका मंत्रालय सीमाओं पर दिखाई देने वाले या कोरोना वायरस जैसे अदृश्य शत्रुओं, सभी को नष्ट करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सिंह ने ‘राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस’ के मौके पर आयोजित एक ऑनलाइन कांफ्रेंस में कहा कि भारत को सैन्य निर्माण क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए और सरकार एक नीतिगत खाका लाकर घरेलू रक्षा उद्योग का समर्थन कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपने देशवासियों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि रक्षा मंत्रालय देश के सभी दुश्मनों को नष्ट करने के लिए प्रतिबद्ध है-चाहे वे सीमाओं पर दिखाई देने वाले शत्रु हों या कोरोना वायरस जैसे अदृश्य शत्रु।’’
रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने कोविड-19 से मुकाबले के लिए अपने निरंतर प्रयासों के जरिये पिछले तीन से चार महीने में बायो-सूट, सैनिटाइजर डिस्पेंसर, पीपीई किट जैसे 50 से अधिक उत्पाद विकसित किये हैं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘हमारे रक्षा उद्योग की अटूट भावना ने रिकॉर्ड समय में इन उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के बड़े पैमाने पर उत्पादन करने का अवसर बढ़ाया है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने नए लक्ष्य तय किए हैं और रक्षा उत्पादन में स्वदेशीकरण हासिल करने के लिए ‘‘सही’’ नीति खाका तैयार की है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें हमेशा यह ध्यान रखना है कि स्वदेशी तकनीक और स्वदेशी निर्माण का कोई विकल्प नहीं है। हम वास्तव में तभी आत्मनिर्भर होंगे जब भारत प्रौद्योगिकी के आयातकर्ता के बजाय निर्यातक बनने में सफल होगा।’’
सिंह ने कहा, ‘‘हमारी यात्रा लंबी है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि हमने इस पर काम किया है। हम भारत को रक्षा उपकरणों के विनिर्माण राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए लगातार काम करेंगे।’’
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