नयी दिल्ली, 25 अप्रैल: कोयला मंत्रालय (Ministry of Coal) ने कोरोना वायरस (coronavirus) से संक्रमित हुये उसके अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों के लिये एक निगरानी प्रकोष्ठ बनाया है. मंत्रालय के जो अधिकारी संक्रमण के कारण घरों में हैं अथवा अस्पताल में भर्ती हैं यह प्रकोष्ट उनकी मदद करेगा.मंत्रालय ने कहा है कि बड़ी संख्या में कोयला मंत्रालय के अधिकारी कोविड- 19 से संक्रमित हुये हैं. यह ऐसे समय हुआ है जब देश कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी गंभीर लहर से जूझ रहा है. मंत्रालय द्वारा स्थापित यह प्रकोष्ठ अधिकारियों के परिवार के उन सदस्यों की भी मदद करेगा, जो कि कोरोना संक्रमित पाये गये हैं.
कोयला मंत्रालय ने एक आधिकारिक ज्ञापन में कहा है कि यह देखा गया है कि हाल के दिनों में मंत्रालय के अधिकारी बड़ी संख्या में कोविड- 19 संक्रमण से ग्रसित हुये हैं. ऐसे में वे या तो अपने घर पर हैं या फिर अस्पतालों में भर्ती हैं.इस संबंध में सक्षम प्राधिकरण ने ‘कोविड निगरानी प्रकोष्ठ’ बनाया है. यह प्रकोष्ठ मंत्रालय में ही बनाया गया है जो कि मंत्रालय के संक्रमित अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों पर नजर रखेगा और जरूरत पड़ने पर उनकी मदद करेगा.यह भी पढ़ेंराहुल गांधी का मोदी सरकार हमला, ट्वीट कर कोरोना संकट को लेकर कही ये बात.
प्रकोष्ठ कोल इंडिया लिमिटेड, एनएलसी इंडिया लिमिटेड, सीसीओ और सीएमपीएफओ के स्टाफ सदस्यों की भी मदद करेगा. संकट के इस दौर में प्रकोष्ठ इन अधिकारियों को जरूरी समर्थन और सहयोग करेगा.कोविड- 19 निगरानी प्रकोष्ठ के एक शीर्ष अधिकारी संजीव भट्टाचार्य ने कहा कि 8 अप्रैल से लेकर अब तक मंत्रालय के 30 से अधिक अधिकारी कोराना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं.देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण के 3,49,691 मामले सामने आये जिन्हें मिलकार अब तक कुल 1,69,60,172 संक्रमण के मामले देश में आ चुके हैं। इसके साथ ही कोराना वायरस के सक्रिय मामले 26 लाख को पार कर चुके हैं.