देश की खबरें | मेटा 2025 पुरस्कार: बांग्ला नाटक ‘निहसंगो ईश्वर’ पांच श्रेणियों में सम्मानित

नयी दिल्ली, 21 मार्च बांग्ला नाटक ‘निहसंगो ईश्वर’ ने 20वें महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवॉर्ड्स (मेटा) में सबसे अधिक पांच पुरस्कार जीते हैं।

बांग्ला नाटक को सर्वश्रेष्ठ मूल पटकथा, सर्वश्रेष्ठ मंच डिजाइन और मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) के लिए सम्मानित किया गया है।

समारोह का आयोजन महिंद्रा समूह द्वारा किया गया और इसे टीमवर्क आर्ट्स ने संचालित किया। समारोह की शुरुआत 13 मार्च को हुई थी और समापन बृहस्पतिवार को पुरस्कार वितरण के साथ हुआ।

करीब डेढ़ घंटे का यह नाटक महाभारत युद्ध और भगवान बलराम के देहावसान के बाद कृष्ण के अंतिम दिनों को दर्शाता है। इसका निर्देशन सर्वश्रेष्ठ अभिनय का पुरस्कार भी जीतने वाले सुमन साहा ने किया है।

हिंदी और बुंदेली नाटक ‘स्वांग: जस की तस’ के अक्षय सिंह ठाकुर को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ ध्वनि व संगीत डिजाइन का पुरस्कार मिला।

इस नाटक में अभिषेक गौतम को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (पुरुष) का पुरस्कार दिया गया।

‘स्वांग: जस की तस’ और ‘चंदा बेड़नी’ को संयुक्त रूप से सर्वश्रेष्ठ सामूहिक प्रदर्शन (बेस्ट एन्सेम्बल) का पुरस्कार मिला।

‘चंदा बेड़नी’ ने सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी, सर्वश्रेष्ठ प्रकाश डिजाइन और प्रमुख भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला) का पुरस्कार भी जीता जो रंजिनी घोष को मिला।

सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा डिजाइन का पुरस्कार कन्नड़ नाटक ‘दशनन स्वप्नसिद्धि’ के लिए राजेश्वरी कोडागु को दिया गया।

इस साल मेटा के लिए 350 से अधिक प्रविष्टियों में से 10 नाटकों का चयन किया गया था जिनमें हिंदी, बांग्ला, बुंदेली, मलयालम और कन्नड़ सहित कई ओं के नाटक शामिल थे।

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