पुणे, 16 फरवरी: कुछ मराठा संगठनों के सदस्यों ने कार्यकर्ता मनोज जरांगे के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए शुक्रवार को यहां पुणे-सोलापुर राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने यह जानकारी दी. जरांगे समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर 10 फरवरी से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं. पुलिस ने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन यवत के निकट किया गया.
यवत पुलिस थाने के निरीक्षक नारायण देशमुख ने कहा, ‘‘विभिन्न मराठा संगठनों के सदस्यों ने दोपहर में पुणे-सोलापुर रोड पर ‘रास्ता रोको’ आंदोलन किया। लेकिन अब राजमार्ग से प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया है और यातायात बहाल कर दिया गया है.’’ मराठा संगठन ‘सकल मराठा समाज’ के सदस्य मयूर दोर्गे ने कहा कि जरांगे की भूख हड़ताल आज सातवें दिन भी जारी रही लेकिन सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार के रवैये की निंदा करने और जरांगे का समर्थन करने के लिए, हमने 45 मिनट तक रास्ता रोको विरोध प्रदर्शन किया.’’ जरांगे के समर्थन में पुणे शहर के निकट पिंपरी चिंचवाड़ इलाके में कुछ मराठा संगठनों ने भी विरोध प्रदर्शन किया।
जरांगे महाराष्ट्र के जालना जिले में अपने पैतृक गांव अंतरवाली सरती में भूख हड़ताल पर बैठे हैं.
एक साल से भी कम समय में यह चौथी बार है जब जरांगे मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समूह में शामिल करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं. आरक्षण और मराठा समुदाय की अन्य मांगों पर चर्चा के लिए 20 फरवरी को महाराष्ट्र विधानमंडल का एक विशेष सत्र आयोजित होगा.
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