इंफाल, 19 सितंबर मणिपुर में हथियार रखने और सेना की वर्दी पहनकर घूमने के आरोप में गिरफ्तार पांच युवकों को रिहा करने की मांग को लेकर मेइती समुदाय की महिलाओं के समूह मीरा पैबी और पांच स्थानीय क्लब द्वारा सोमवार मध्यरात्रि से 48 घंटे के बंद का आह्वान करने के बाद इंफाल घाटी के जिलों में आम जनजीवन मंगलवार को प्रभावित रहा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
बंद के कारण मंगलवार सुबह बाजार एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही नजर आए।
बंद के मद्देनजर मंगलवार और बुधवार को होने वाली मणिपुर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के सभी विषयों की पूरक परीक्षाएं रद्द कर दी गईं। उन्हें बाद की तारीख में पुनर्निर्धारित किया जाएगा।
सोमवार को मीरा पैबी ने पांचों युवकों की रिहाई की मांग करते हुए इंफाल ईस्ट जिले के खुरई और कोंगबा, इंफाल वेस्ट जिले के काकवा, बिष्णुपुर जिले के नंबोल और थौबल जिले के कुछ हिस्सों में कई महत्वपूर्ण सड़कों को अवरुद्ध कर दिया था।
मणिपुर पुलिस ने शनिवार को अत्याधुनिक हथियार रखने और सेना की वर्दी पहनने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने एक बयान में कहा कि पांचों को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया।
ऑल लंगथाबल केंद्र यूनाइटेड क्लब्स कोऑर्डिनेटिंग कमेटी के अध्यक्ष युमनाम हिटलर ने कहा, ‘‘गिरफ्तार किए गए पांचों युवक आम नागरिक और गांव के स्वयंसेवक हैं, जो ‘जो कुकी’ उग्रवादियों के हमलों से अपने-अपने गांवों की रक्षा कर रहे हैं, क्योंकि सुरक्षा बल अपना काम ठीक से करने में नाकाम रहे हैं। हम चाहते हैं कि उन्हें बिना शर्त रिहा किया जाए।’’
युमनाम ने कहा, ‘‘अगर सरकार उन्हें रिहा करने में विफल रहती है, तो आंदोलन तेज किया जाएगा।’’
प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को पांच युवकों की रिहाई की मांग करते हुए पोरोम्पट थाने पर धावा बोलने की कोशिश की थी, जिसके बाद सुरक्षा बलों को कई राउंड आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे। गतिरोध के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों और त्वरित कार्य बल (आरएएफ) के एक कर्मी को मामूली चोटें आई थीं।
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