मुम्बई, एक मई सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (एमवीए) ने विधानपरिषद की नौ सीटों के लिए 21 मई को चुनाव कराने के चुनाव आयोग के फैसले का शुक्रवार को स्वागत किया।
इस फैसले से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण के छह माह के अंदर विधानमंडल में पहुंच जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। ठाकरे को 28 नवंबर, 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी गयी थी।
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख एवं राजस्व मंत्री बालासाहब थोराट ने कहा कि एमवीए के घटक दल दो-दो सीटें आसानी से जीत जायेंगे।
शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर चुनाव कराने की इजाजत देने के लिए केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया। इसे पहले कोरोना वायरस के कारण स्थगित कर दिया गया था।
उन्होंने कहा कि इस घोषणा से अनिश्चितता का माहौल समाप्त हुआ है।
थोराट और राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटिल ने भी इस घोषणा का यह कहते हुए स्वागत किया कि इससे विपक्षी भाजपा द्वारा फैलायी गयी अनिश्चिता की अटकलों पर विराम लग जाएगा। दोनों ही महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं।
विधानपरिषद की नौ सीटें 24 अप्रैल को खाली हुईं थी। उनमें से भाजपा और राकांपा के पास फिलहाल तीन तीन सीटें थीं, कांग्रेस के पास दो और शिवसेना के पास एक सीट थी।
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बृहस्पतिवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर यथाशीघ्र चुनाव कराने का अनुरोध किया था।
कोरोना वायरस महामारी के चलते चुनाव स्थगित हो जाने के बाद राज्य मंत्रिमंडल ने कोश्यारी से ठाकरे को राज्यपाल के कोटे से दो में से एक सीट पर नामित करने की सिफारिश की थी। दोनों सीटें खाली हैं। लेकिन राज्यपाल ने कोई निर्णय नहीं लिया।
शिवसेना के अनुसार इस सप्ताह ठाकरे ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से बात की थी।
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