अलीबाग: महाराष्ट्र (Maharashtra) के रायगढ़ (Raigad) जिला प्रशासन को तालिये गांव के निवासियों को अस्थायी आवास उपलब्ध कराने के लिए 26 कंटेनर घर (Container House) प्राप्त हुए हैं. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि यह गांव पिछले महीने प्रलयकारी भूस्खलन (Landslide) से प्रभावित हो गया था. महाद तहसील में स्थित गांव में भारी बारिश (Heavy Rain) के बाद 22 जुलाई को भूस्खलन हुआ था जिससे वहां कई मकान नष्ट हो गए थे. इस हादसे में 84 लोगों की जान चली गई थी. मौके से 53 लोगों के शव बरामद किए गए जबकि 31 लापता लोगों को बाद में मृत घोषित कर दिया गया था. Maharashtra Flood: महाराष्ट्र में बाढ़ से तबाह सड़कों के लिए केंद्र सरकार ने दिए सौ करोड़
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन से पहले, गांव में 31 मकान थे. रायगढ़ की जिलाधिकारी निधि चौधरी ने एक बयान में बताया, “हमें भूस्खलन से प्रभावित तालिये के परिवारों के लिए 26 कंटेनर घर मिले हैं. प्रमुख कंपनियों ने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत इन्हें दान में दिया है.”
उन्होंने बताया कि इन कंटेनर घरों में शौचालय एवं रसोई के प्लेटफॉर्म जैसी मूलभूत सुविधाएं हैं. सरकार इन घरों में बिजली और पानी की आपूर्ति करेगी. हालांकि, ग्रामीणों के लिए इन अस्थायी निवासों में आकर रहना अनिवार्य नहीं है.
चौधरी ने कहा, “चूंकि प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी आवास बनाने में भी समय लगता है, इसलिए इन कंटेनर घरों का फिलहाल उपयोग किया जाएगा.”
जिलाधिकारी ने बताया कि जैसे ही प्रभावित लोगों के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया समाप्त होगी, उनका स्थायी पुनर्वास किया जाएगा. चौधरी ने बताया कि इसी तरह के कंटेनर घरों का इस्तेमाल पोलादपुर तहसील के साखड़ सुतारवाड़ी और केवनाले गांवों में भी ग्रामीणों के पुनर्वास के लिए किया जाएगा. पिछले महीने बारिश के बाद हुए भूस्खलन में इन दोनों गांवों में 11 लोगों की मौत हो गई थी.
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