पालघर, 14 अप्रैल: महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक कुख्यात झपटमार को गिरफ्तार करने के लिए पुलिसकर्मियों ने स्वयं को फल एवं सब्जी विक्रेता और ऑटोरिक्शा चालक के अलावा बेघर व्यक्तियों के रूप में पेश किया ताकि आरोपी के समुदाय के लोगों के साथ किसी संभावित टकराव से बचा जा सके. पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. यह भी पढ़ें: Maharashtra: विधवाओं के लिए ‘गंगा भागीरथी’ शब्द के इस्तेमाल के प्रस्ताव का महिला आयोग ने स्वागत किया
मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस की अपराध इकाई-तीन के वरिष्ठ निरीक्षक शाहूराज राणावरे ने कहा कि पुलिसकर्मियों की टीम ने आरोपी अब्बास अमजद ईरानी (24) पर अंबिवली इलाके में अलग-अलग पोशाक पहन कर कुछ सप्ताह तक उस पर नजर रखी.
पुलिस टीम के कुछ सदस्य उस रेस्तरां में भी गए जहां ईरानी अक्सर जाता था. पुलिस को इस बात की आशंका थी कि ईरानी के समुदाय के लोग हमला कर सकते हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस ऐसी किसी भी झड़प से बचना चाहती थी और अभियान को घटना मुक्त रखना चाहती है. उन्होंने कहा कि कुछ पुलिसकर्मियों ने खराब कपड़े पहने हुए थे और आवारा लोगों की तरह इलाके में घूम रहे थे.
उन्होंने बताया कि इस महीने के पहले सप्ताह में ईरानी को घेरने के बाद पुलिसकर्मियों ने उसे एक ऑटोरिक्शा में बैठाया और थाने ले गए. अधिकारी के मुताबिक अब्बास अमजद ईरानी की गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने जिले में झपटमारी की कम से कम सात घटनाओं का पता लगा लिया है. पुलिस ने ईरानी के पास से एक मोटरसाइकिल के अलावा करीब 3.31 लाख रुपये के सोने के आभूषण बरामद किए हैं. इससे पहले ईरानी के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून के तहत दो बार मामला दर्ज हो चुका है.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)