देश की खबरें | महाराष्ट्र: पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया; तीन गिरफ्तार

ठाणे, 18 जुलाई ठाणे पुलिस ने शेयर कारोबार से जुड़ी धोखाधड़ी तथा अन्य साइबर अपराधों के लिए कंबोडिया, दुबई और चीन जैसे स्थानों पर ठगों को सिम कार्ड मुहैया कराने वाले एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

ठाणे के पुलिस उपायुक्त (साइबर अपराध और आर्थिक अपराध शाखा) पराग मनेरे ने बुधवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें से दो छत्तीसगढ़ से और एक दिल्ली से है और उनके पास से पूर्व-सक्रिय 779 सिम कार्ड जब्त किए गए हैं।

उन्होंने बताया कि पुलिस को शक है कि करीब तीन हजार सिम कार्ड का इसी तरह इस्तेमाल किया गया है।

महाराष्ट्र के ठाणे में दर्ज 16 मामलों की जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि ये अपराध व्हाट्सऐप के जरिए किए जा रहे थे, जिसमें 30 मोबाइल फोन और छत्तीसगढ़, त्रिपुरा और अन्य जगहों से सक्रिय करीब 2,600 सिम कार्ड का इस्तेमाल किया गया था।

अधिकारी ने बताया कि सत्यापन के बाद पता चला कि ये नंबर हांगकांग में व्हाट्सऐप आईपी के जरिए सक्रिय किए गए थे।

पुलिस को 29.3 लाख रुपये की धोखाधड़ी के एक मामले की जांच करते समय पता चला कि कुछ सिम कार्ड और मोबाइल छत्तीसगढ़ से इस्तेमाल किए जा रहे थे।

अधिकारी ने बताया कि पांच जुलाई को पुलिस ने छत्तीसगढ़ निवासी आफताब इरशाद देबर (22) और मनीष कुमार मोहित देशमुख (27) को गिरफ्तार किया और उनके पास से पूर्व सक्रिय 779 सिम कार्ड, एक लैपटॉप, दो वाई-फाई राउटर, 23 मोबाइल फोन, 50 डेबिट/क्रेडिट कार्ड और 20 चेक बुक/पासबुक जब्त कीं।

पूछताछ के दौरान पता चला कि दक्षिणी दिल्ली के रहने वाले भाईजान उर्फ ​हाफिज लाइक अहमद (48) ने सिम कार्ड खरीदे और उन्हें दुबई में बैठे एक गिरोह को बेच दिया और लोगों को विभिन्न साइबर अपराधों में ठगा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया।

गिरोह के सदस्यों ने एक दुकान पर आने वाले ग्राहकों के बायोमेट्रिक उंगलियों के निशान धोखे से हासिल कर सिम कार्ड खरीदे थे।

पुलिस ने बताया कि इसके बाद सिम कार्ड को सक्रिय कर दिया गया और उन्हें बैंक खातों से जोड़ दिया गया, जिनमें अवैध रूप से अर्जित धन हस्तांतरित किया गया।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के सहयोगी रायपुर, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) और दिल्ली से सिम कार्ड की आपूर्ति कंबोडिया, दुबई, चीन और अन्य देशों के अपराधियों को करते थे, जो वहां साइबर अपराधों में उनका इस्तेमाल करते थे।

गिरफ्तार व्यक्तियों ने पुलिस को यह भी बताया कि इसी तरह से विदेश में करीब 3,000 सिम कार्ड भेजे जा चुके हैं।

पुलिस ने बताया कि आगे की जांच से पता चला कि इन सिम कार्ड से करीब छह बैंक खाते जुड़े हुए थे और एक बड़ा वित्तीय धोखाधड़ी गिरोह चल रहा था।

पुलिस को राजस्थान, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात और केरल में दर्ज 14 ऐसे ही मामलों का भी पता चला। अधिकारी ने बताया कि यह जानकारी राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल से मिली है।

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