Maharashtra: पूर्व पुलिसकर्मी को स्कूल के दिनों की शादीशुदा महिला से हुआ प्यार, घर से भागने के बाद की अपनी प्रेमिका की हत्या, गिरफ्तार
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on India at LatestLY हिन्दी. महाराष्ट्र के नागपुर शहर में एक बर्खास्त पुलिस कर्मी ने तीखी बहस के बाद अपनी प्रेमिका की कथित रूप से हत्या कर दी और उसका शव एक निर्माणाधीन इमारत के पीछे सेप्टिक टैंक में डाल दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मृतक महिला विवाहित थी।
नागपुर, 11 दिसंबर : महाराष्ट्र के नागपुर शहर में एक बर्खास्त पुलिस कर्मी ने तीखी बहस के बाद अपनी प्रेमिका की कथित रूप से हत्या कर दी और उसका शव एक निर्माणाधीन इमारत के पीछे सेप्टिक टैंक में डाल दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मृतक महिला विवाहित थी. उन्होंने बताया कि घटना के सिलसिले में नरेश उर्फ नरेंद्र पांडुरंग दाहुले (40) को पड़ोसी चंद्रपुर जिले से गिरफ्तार किया गया है. उस पर हत्या एवं सबूतों को नष्ट करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने मंगलवार को कहा था कि पुलिसबल में सेवारत नरेश को बर्खास्त कर दिया गया था. इस संबंध में अधिक जानकारी नहीं दी गई.
महिला (40) चंद्रपुर जिले के चिमूर की रहने वाली थी. वह शादीशुदा थी और उसका एक बेटा है. पुलिस ने बताया कि दाहुले और महिला स्कूल के दिनों में सहपाठी थे और अगस्त में फेसबुक के माध्यम से उनके बीच दोस्ती फिर पनपी थी. पुलिस के अनुसार, वे जल्द ही एक दूसरे से प्रेम करने लगे और उन्होंने भाग जाने का फैसला किया. हालांकि 26 नवंबर को अपनी योजना को अंजाम देने की कोशिश करते हुए जोड़े के बीच अपने भविष्य को लेकर तीखी बहस हुई. पुलिस के मुताबिक, गुस्से में दाहुले ने अपनी प्रेमिका की गला घोंटकर हत्या कर दी. यह भी पढ़ें : आजमगढ़ में सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौत, 22 घायल
उसने बताया कि अपना अपराध छिपाने के लिए दाहुले शव को लेकर चोरी की कार में घंटों घूमता रहा और फिर बेलतारोडी थानाक्षेत्र के वेला हरि इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत के पीछे सेप्टिक टैंक में उसे फेंक दिया. चंद्रपुर पुलिस ने दाहुले द्वारा इस्तेमाल की गई कार की चोरी की जांच करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान दाहुले ने महिला की हत्या की बात कबूल की और पुलिस को उस जगह ले गया जहां उसने शव को फेंका था. जांच में फोन रिकॉर्ड और फॉरेंसिक साक्ष्य की भी मदद ली गयी.