भोपाल, 12 मई मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अयोध्या स्थित राम मंदिर का दौरा करने के बाद अपनी टिप्पणी से आदिवासी समुदाय का "अपमान" करने का रविवार को आरोप लगाया।
यादव ने एक बयान में कहा, "कांग्रेस हमेशा आदिवासियों का अपमान करती है और पटोले का बयान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के राम मंदिर के दौरे के बाद आया है।"
यादव ने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा पूजा-अर्चना किये जाने के कुछ दिन बाद, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि राम मंदिर को गंगा जल से धोया जाना चाहिए, "जो विपक्षी दल की गंदी मानसिकता को दर्शाता है।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम ने 14 साल के अपने वनवास के दौरान 11 साल आदिवासी समुदाय के साथ बिताए और सभी समुदायों का सम्मान करने का संदेश दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि यदि कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका मिला तो वह कर्नाटक की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को दिया जा रहा आरक्षण बंद कर देगी। यादव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस संविधान को नष्ट करना चाहती है।
यादव ने रविवार को राजभवन में राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की। यादव ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि उन्होंने गर्मी के मौसम में गेहूं की खरीद और जल प्रबंधन सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
पटोले ने नागपुर में कहा था, “कांग्रेस राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर चार शंकराचार्यों (जिसमें वे शामिल नहीं हुए थे) द्वारा अपनाए गए रुख का समर्थन करती है। (यदि कांग्रेस सत्ता में आयी तो) उन्हें मंदिर में एक भव्य पूजा के लिए आमंत्रित किया जाएगा और उसका (मंदिर का) शुद्धिकरण किया जाएगा।”
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