नगरोटा (जम्मू), 13 जून अंदरूनी क्षेत्रों एवं सीमा पर आतंकी पारितंत्र (समर्थक तंत्र) के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई पर बल देते हुए जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि इस केंद्र शासित प्रदेश में समस्या खड़ी करने की बाहरी ताकतों की निरंतर कोशिश से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल की जरूरत है।
सिन्हा ने कहा कि सरकार की आतंकवाद से निपटने की स्पष्ट नीति ‘किसी आतंकवादी को नहीं बख्शने व किसी बेकसूर को हाथ नहीं लगाने’ की है।
उन्होंने कहा कि आतंकवादियों एवं उनके समर्थकों को समान सजा दी जानी चाहिए।
सिन्हा ने यहां भारतीय सेना की 16वीं कोर की स्वर्ण जयंती के सिलसिले में आयोजित एक कार्यक्रम में सैन्यकर्मियों से कहा, ‘‘(जम्मू कश्मीर में समस्या खड़ी करने की) बाहरी ताकतों की कोशिश लगातार चल रही है। अंदरूनी हिस्सों एवं सीमा पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा कि सीमा पर घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों से निपटने के अलावा सैनिकों को अंदरूनी हिस्सों में उन्हें कुचलने के लिए तैयार रहना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ वे पड़ोसी देश के इशारे पर समाज में विध्वंस फैलाने के प्रयास में हैं। उनसे निपटने के लिए आपको सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल के अलावा अपनी क्षमता एवं सतर्कता भी बढ़ानी होगी।’’
उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर प्रशासन के लिए, जो व्यक्ति किसी आतंकवादी को बंदूक थमाता है, वह उस बंदूकधारी जितना ही आतंकवादी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों को समान सजा मिलनी चाहिए क्योंकि दोनों ही मानवता के दुश्मन हैं।’’
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का सफाया करने के लिए कटिबद्ध है । उन्होंने एजेंसियों से इस ‘पारितंत्र’ (समर्थक तंत्र) का विनाश सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
सिन्हा ने कहा, ‘‘हमारा संकल्प पूरे पारितंत्र पर हमला सुनिश्चित करना है।’’
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