हैदराबाद, 17 मार्च अरुणाचल प्रदेश में सेना के चीता हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से जान गंवाने वाले लेफ्टिनेंट कर्नल वी.वी.बी. रेड्डी का पार्थिव शरीर शुक्रवार की शाम बेगमपेट वायुसेना स्टेशन पहुंचेगा। रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी।
दुर्घटना में लेफ्टिनेंट कर्नल रेड्डी सहित दो पायलटों की मृत्यु हुई है।
लेफ्टिनेंट कर्नल रेड्डी का अंतिम संस्कार 18 मार्च, शनिवार को किया जाएगा।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के छात्र रहे लेफ्टिनेंट कर्नल रेड्डी पिछले करीब 20 साल से सेना में सेवारत थे।
उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं। उनकी पत्नी सेना में दंत चिकित्सक हैं।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि लेफ्टिनेंट कर्नल रेड्डी का परिवार मल्काजगिरि इलाके में रहता है। वह मूल रूप से तेलंगाना के यादाद्री-भोंगिर जिले के बोम्मला रामाराम गांव के रहने वाले थे।
अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में मांडला के समीप बृहस्पतिवार को सुबह सेना का एक चीता हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें लेफ्टिनेंट कर्नल वी.वी.बी. रेड्डी और सह-पायलट मेजर जयनाथ ए. की मृत्यु हो गई।
रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने गुवाहाटी में बताया कि हेलीकॉप्टर असम के सोनितपुर जिले से अरुणाचल प्रदेश के तवांग जा रहा था। उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर को उड़ान के दौरान ‘‘प्रतिकूल मौसम’’ का सामना करना पड़ा और वह दुर्घटना के वक्त मिस्सामारी लौट रहा था।
रावत ने कहा, ‘‘हेलीकॉप्टर का सुबह करीब नौ बजकर 15 मिनट पर वायु यातायात नियंत्रण (एटीसी) से संपर्क टूट गया। भारतीय सेना, एसएसबी और आईटीबीपी के पांच खोजी दलों को तत्काल हेलीकॉप्टर की तलाश में लगाया गया। मांडला के पूर्वी गांव बांगलजाप के समीप हेलीकॉप्टर का मलबा मिला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हादसे की वजह का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए गए हैं।’’
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