हैदराबाद, चार जून भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी रामाराव ने तेलंगाना की 17 लोकसभा सीट में से पार्टी द्वारा किसी भी सीट पर बढ़त नहीं बना पाने के बाद मंगलवार को हार स्वीकार कर ली, लेकिन विश्वास जताया कि पार्टी इस हार से जरूर उबरेगी।
सत्तारूढ़ कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मंगलवार को मतगणना के अंतिम चरण में आठ-आठ सीट पर जीत हासिल करती हुई नजर आ रही हैं।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी हैदराबाद संसदीय क्षेत्र को बरकरार रखेंगे।
राज्य में 13 मई को एक चरण में ही लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था।
रामाराव ने कहा कि टीआरएस (अब बीआरएस) की स्थापना के बाद से पिछले 24 वर्षों में बीआरएस ने शानदार उपलब्धियां हासिल कीं। साथ ही कई सफलताएं और असफलताएं भी देखीं।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ''तेलंगाना राज्य का गठन हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि रहेगी। एक क्षेत्रीय पार्टी होने के नाते हमने लगातार दो राज्य चुनावों में अच्छे बहुमत के साथ जीत हासिल की। वर्तमान में मुख्य विपक्षी दल के पास राज्य विधानसभा की एक तिहाई सीट हैं।''
बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे रामाराव ने कहा, ''आज (मंगलवार) की चुनावी असफलता निश्चित रूप से बहुत निराशाजनक है। लेकिन हम मेहनत करना जारी रखेंगे और फिर से उठ खड़े होंगे।''
बीआरएस पार्टी ने 2019 लोकसभा चुनाव में नौ सीट पर जीत हासिल की थी। पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में बीआरएस को हार का सामना करना पड़ा था।
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