देश की खबरें | दिल्ली के ज्यादातर इलाको में लगातार 5वें दिन लू का प्रकोप जारी, सप्ताहांत तक राहत के आसार

नयी दिल्ली, सात जून दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में मंगलवार को लगातार पांचवें दिन लू का प्रकोप जारी रहा और अगले दो दिन तक हालात समान रहने के आसार हैं।

मौसम विशेषज्ञों ने कहा कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ से सप्ताहांत तक कुछ राहत मिल सकती है। दिल्ली के आधार स्टेशन, सफदरजंग स्थित वेधशाला, में अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा है।

दिल्ली के 11 मौसम केंद्रों में से पांच ने मंगलवार को भीषण गर्मी की स्थिति दर्ज की। मुंगेशपुर और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जिससे ये राजधानी में सबसे गर्म स्थान रहे।

पीतमपुरा, नजफगढ़ और रिज में अधिकतम तापमान क्रमश: 45.7 डिग्री सेल्सियस, 45.9 डिग्री सेल्सियस और 44.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इससे पहले मंगलवार को राजधानी में अलग-अलग स्थानों पर भीषण गर्मी की चेतावनी देते हुए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया था। विभाग ने कहा कि भीषण गर्मी कमजोर लोगों-शिशुओं, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए मध्यम स्तर की स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को जन्म दे सकती है।

मौसम विभाग ने लोगों को गर्मी के जोखिम से बचने, हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनने और बाहर निकलने पर सिर को कपड़े या टोपी से ढकने की सलाह दी है।

मौसम विशेषज्ञों ने तेज पश्चिमी विक्षोभ की कमी और लगातार गर्म और शुष्क पश्चिमी हवाओं की कमी को भीषण गर्मी के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा कि एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पंजाब और हरियाणा में एक चक्रवात को प्रेरित कर सकता है, जिससे हरियाणा, पंजाब, उत्तरी राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में 10 जून से रुक-रुक कर मॉनसून पूर्व बारिश हो सकती है।

राजधानी में शुक्रवार तक अधिकतम तापमान 40-41 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। मॉनसून के 15 जून तक पूर्वी भारत में आने की उम्मीद के साथ, इसलिए पूर्वी हवाएं नमी लाएंगी जिससे उत्तर-पश्चिम भारत में प्री-मॉनसून गतिविधि तेज हो सकती है।

पलावत ने कहा कि मॉनसून के दिल्ली में सामान्य तारीख 27-28 जून के आसपास पहुंचने की संभावना है और अभी ऐसी कोई बाधा नजर नहीं आती, जो इसकी प्रगति को रोक सके। उन्होंने कहा कि एक या दो सप्ताह में तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी।

पिछले साल, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अनुमान जताया था कि मॉनसून अपनी सामान्य तिथि से लगभग दो सप्ताह पहले दिल्ली में प्रवेश करेगा। हालांकि, यह 13 जुलाई को राजधानी पहुंचा था, जिससे यह 19 साल में सबसे अधिक देरी से पहुंचा।

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