नयी दिल्ली, 28 नवंबर लोकसभा में बृहस्पतिवार को कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने अदाणी समूह से जुड़े मामले तथा उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा के मुद्दे को लेकर नारेबाजी की, जिस वजह से सदन की बैठक शुरू होने के करीब सात मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही आरंभ होने के साथ ही केरल की वायनाड सीट से सदन की सदस्य निर्वाचित हुईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और महाराष्ट्र के नांदेड़ से सदस्य निर्वाचित हुए इसी पार्टी के रवींद्र चव्हाण ने लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली।
इसके बाद जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया, कांग्रेस और सपा के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस सदस्य अदाणी समूह से जुड़े मामले को उठा रहे थे, वहीं सपा सांसद संभल हिंसा का मुद्दा उठाते देखे गए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की।
हंगामे के बीच ही सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने एक पूरक प्रश्न का उत्तर भी दिया।
बिरला ने इस दौरान नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘आप जिन मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं, उसके लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया जाएगा। आप नियोजित तरीके से सदन को अवरुद्ध करना चाहते हैं। जनता ने आपको अनेक आकांक्षाओं के साथ यहां भेजा है, आपको उनकी चिंताएं और क्षेत्र की समस्याएं उठानी चाहिए।’’
बिरला ने कहा, ‘‘जिन मुद्दों का देश से कोई संबंध नहीं है, आप उन्हें यहां उठा रहे हैं..... चर्चा के लिए नियम प्रक्रियाओं को अपनाया जाता है।’’
उन्होंने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने की अपील करते हुए कहा, ‘‘गतिरोध का यह तरीका ठीक नहीं है। संविधान सभा में भी चर्चा हुई थी, सहमति-असहमति रही थी, लेकिन सदस्यों का आचरण मर्यादित रहा था। आपका यह व्यवहार मर्यादित नहीं है।’’
बिरला के बार-बार अपील करने के बाद भी आसन के समीप खड़े कांग्रेस और सपा सांसदों की नारेबाजी जारी रही। हंगामा नहीं थमने पर लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न करीब 11 बजकर सात मिनट पर दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।
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