पुंछ/जम्मू, दो दिसंबर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शनिवार को शहीद पैराट्रूपर हवलदार अब्दुल माजिद के घर का दौरा किया और केंद्रशासित प्रदेश में आतंकवाद रोधी अभियान तेज करने की घोषणा की।
माजिद उन पांच सैन्यकर्मियों में शामिल थे, जो 22 और 23 नवंबर को राजौरी जिले में धर्मसाल क्षेत्र के बाजीमल में आतंकवादियों के साथ 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।
मुठभेड़ में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दो पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए थे।
उपराज्यपाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘पुंछ में हवलदार अब्दुल माजिद के घर का दौरा किया, जो राजौरी में आतंकवाद रोधी अभियान के दौरान शहीद हो गए थे। शोकसंतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। मातृभूमि के लिए सेवा और बलिदान का उनके परिवार का एक लंबा इतिहास है। पूरे देश को उनकी वीरता और साहस पर गर्व है।”
उन्होंने आतंकी तंत्र को खत्म करने संबंधी अभियानों के लिए सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की सराहना की।
उपराज्यपाल ने कहा, "हम आतंकी तंत्र और आतंकवादियों को सहायता एवं बढ़ावा देने वालों के खिलाफ अपने अभियान तेज करेंगे तथा सुनिश्चित करेंगे कि ऐसे लोगों को अपने जघन्य कृत्यों के लिए अत्यंत भारी कीमत चुकानी पड़े।"
माजिद के पिता मोहम्मद राशिद ने कहा कि उन्होंने अपनी बहू की सरकारी नौकरी और गांव तक एक संपर्क सड़क के लिए उपराज्यपाल से आग्रह किया।
राशिद ने कहा कि उपराज्यपाल ने जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि उन्हें देश के वास्ते अपनी जान कुर्बान करने के लिए माजिद पर गर्व है, लेकिन उसके जाने से एक खालीपन पैदा हो गया है, जिसे भरना उनके लिए बहुत मुश्किल है।
राशिद ने कहा, "देश के दुश्मनों को मारने के बाद वह जन्नत चला गया। हमारा परिवार राष्ट्र के लिए समर्पित है और पूरे देश को उसके बलिदान पर गर्व है।"
सीमावर्ती पुंछ जिले के अजोटे गांव स्थित माजिद के घर का उपराज्यपाल द्वारा दौरा किए जाने के दौरान जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार, पुलिस उपमहानिरीक्षक (राजौरी-पुंछ रेंज) हसीब मुगल, पुंछ के उपायुक्त यासीन चौधरी और पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनय शर्मा भी मौजूद थे।
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