अलीपुरद्वार (पश्चिम बंगाल), तीन फरवरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को ‘भाजपा की राजनीति’ की आलोचना करते हुए कहा कि यह हास्यास्पद है कि केंद्र सरकार के पास प्रवासी श्रमिकों की यात्रा का खर्चा उठाने के लिए धन नहीं है लेकिन भ्रष्ट नेताओं को चार्टर्ड विमान में बिठाकर दिल्ली ले जाने के लिए पैसे हैं।
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले राजीब बनर्जी का नाम लिये बगैर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में वन विभाग की भर्तियों में अनियमितताएं पाई गई है।
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में इन नेताओं की हार होगी और ‘चुनाव के बाद इनकी दुकानें बंद हो जाएंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एक व्यक्ति जिसके पास वन विभाग में ‘वन सहायकों’ की भर्ती की जिम्मेदारी थी, वह भ्रष्ट गतिविधि में संलिप्त पाया गया। हम इसकी जांच करेंगे। हर चीज की जांच की जाएगी। वह व्यक्ति भ्रष्टाचार में लिप्त रहने के बाद अब भाजपा में शामिल हो गया और अब दूसरों को भाषण दे रहा है ।’’
राजीव बनर्जी पिछले सप्ताह तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए और वह प्रदेश सरकार के पूर्व वन मंत्री हैं।
तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा के पाले में जाने वालों की आलोचना करते हुए बनर्जी ने दावा किया कि सिर्फ ‘लालची’ ही भाजपा में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘वे लोग जो पार्टी छोड़कर जाना चाहते हैं, उन्हें तत्काल चले जाना चाहिए। दरवाजे खुले हैं। लेकिन अगर आप पार्टी में हैं तो आपकों अनुशासित सैनिक की तरह काम करना होगा। मैं आपको बता दूं कि जो दूसरे दल में शामिल हुए हैं, उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में हार मिलेगी और उनकी दुकानें उसके बाद बंद हो जाएगी।’’
यहां पार्टी की एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा कुछ भ्रष्ट नेताओं को खरीद सकती है लेकिन वह तृणमूल कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ताओं को कभी नहीं खरीद पाएगी।
बनर्जी ने भाजपा में टिकटों की बिक्री का दावा करते हुए कहा कि उनकी पार्टी ‘कड़ी मेहनत और समर्पण’ का सम्मान करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने खुद को वॉशिंग मशीन बना लिया है जहां जाकर ‘तथाकथित दागदार नेताओं के दाग मिट जाते हैं।’’
तृणमूल कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं को भाजपा में शामिल करने के लिए एक चार्टर्ड विमान भेजने को लेकर भी बनर्जी ने भगवा दल पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास प्रवासी श्रमिकों की यात्रा का खर्चा उठाने के लिए धन नहीं है लेकिन इन भ्रष्ट नेताओं की यात्रा का बंदोबस्त करने के लिए उन्हें पैसे खर्च करने से परहेज नहीं है।
बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री को देश को जवाब देना चाहिए कि उनकी सरकार के पास जब भ्रष्ट नेताओं की हवाई यात्रा पर खर्च करने के लिए धन था तो फिर प्रवासी श्रमिकों की यात्रा का खर्चा क्यों नहीं उठाया गया।
बनर्जी ने कहा, ‘‘कोविड-19 संकट के दौरान हमने प्रवासी श्रमिकों की यात्रा का खर्चा वहन किया। भाजपा सरकार ने इसके लिए भुगतान नहीं किया। प्रधानमंत्री उन प्रवासी श्रमिकों को पैसे नहीं भेज सकते हैं जो घर पहुंचने के लिए सैंकड़ों किलोमीटर पैदल चले। ऐसे 100 से ज्यादा श्रमिक सड़कों पर मर गए। लेकिन केंद्र सरकार के पास भ्रष्ट नेताओं को दिल्ली ले जाने के लिए चार्टर्ड विमान का खर्चा उठाने के लिए पैसे हैं। प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए…यह भाजपा की नीयत को दर्शाता है।’’
भाजपा को ‘झूठ बोलने वालों की पार्टी’ बताते हुए बनर्जी ने कहा, ‘’ नरेंद्र मोदी ने 2014 के चुनाव से पहले देश के प्रत्येक नागरिक के खाते में 15-15 लाख रुपये जमा कराने का वादा किया था लेकिन क्या अभी तक किसी को एक रुपया भी मिला? जवाब ना में है।’’
मुख्यमंत्री ने ‘भीतरी बनाम बाहरी’ का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बंगाल के लोग ही बंगाल पर शासन करेंगे न कि गुजरात से आने वाले लोगों का शासन होगा।
उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि उन्हें बंगाल में रहने के लिए ‘भाजपा के सर्टिफिकेट’ और नागरिकता कानून की जरूरत नहीं है। वे लोगों को उनकी जमीन से हटाने में सक्षम नहीं होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ सभी शरणार्थी कालोनियों को सरकार से मान्यता दी गई है। हम इन परिवारों में जमीन के कागजों का वितरण करना शुरू कर चुके हैं। आपको कोई भी यहां से बाहर नहीं निकाल सकता है। आपका जन्म यहां हुआ है और आप इस देश के नागरिक हैं। आपको नागरिकता साबित करने के लिए भाजपा के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)