इस्लामाबाद, 17 अप्रैल पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने कोरोना वायरस के कारण वादियों और वकीलों की अनुपस्थिति के चलते कई मामलों की सुनवाई स्थगित होने के मद्देनजर मुकदमों में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कार्यवाही करने का प्रस्ताव दिया है।
‘डॉन’ की खबर के अनुसार न्यायमूर्ति काजी फैज इसा ने स्थिति से निपटने के लिए स्काइप, व्हाट्सएप, टेलीग्राम जैसे मंचों का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) से मामले को हल करने में मदद की अपील की।
एससीबीए के अध्यक्ष सैयद कलबे हसन ने कहा था कि वकील अदालत में पेश नहीं हो पा रहे हैं क्योंकि कोरोना वायरस के कारण रावलपिंडी और इस्लामाबाद में उच्चतम न्यायालय के छात्रावास परिसर और होटल बंद हैं।
न्यायमूर्ति इसा ने कहा कि पारदर्शिता और खुलापन बनाए रखने के लिए उच्चतम न्यायालय के हर अदालत कक्ष में लगे हर टलेविजन सेटों पर ‘कोर्ट मोबाइल फोन’ की स्क्रीन दिखाने का प्रस्ताव दिया।
उन्होंने कहा कि अदालत की कार्यवाही की रिकॉर्डिंग को संरक्षित करने की संभावना पर भी विचार किया जाना चाहिए।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 497 नए मामले आने के बाद देश में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 7,125 हो गई है। वहीं इस दौरान कम से कम 11 लोगों की मृत्यु होने के साथ इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 135 हो गई है जबकि 1,765 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
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