COVID-19: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इंदौर में अस्पतालों पर भारी दबाव, मरीजों के लिए बढ़ाए जा रहे बेड
मध्य प्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच राज्य सरकार मरीजों के लिए बिस्तरों की कमी दूर करने का प्रयास कर रही है.
इंदौर, 1 मई : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले (Indore District) में महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच राज्य सरकार मरीजों के लिए बिस्तरों की कमी दूर करने का प्रयास कर रही है. जिले के कोविड-19 प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, "शहर के शासकीय महाराजा यशवंतराव चिकित्सालय (Maharaja Yashwantrao Hospital) की पांचवीं और छठी मंजिल पर 100 बिस्तरों का कोविड-19 खंड बनाया जा रहा है." उन्होंने बताया कि इस खंड में गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) के 20 बिस्तर, उच्च निर्भरता इकाई (एचडीयू) के 40 बिस्तर और ऑक्सीजन सुविधा वाले 40 बिस्तर शामिल होंगे.
सिलावट ने कहा, "सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो एमवाईएच का कोविड-19 खंड सोमवार या मंगलवार से शुरू कर दिया जाएगा." इस बीच, शहर के खंडवा रोड स्थित एक सामुदायिक सत्संग परिसर में तैयार कोविड देखभाल केंद्र में शनिवार को बिस्तरों की संख्या 600 से दोगुनी बढ़ाकर 1,200 कर दी गई. केंद्र के प्रभारी अधिकारी विवेक श्रोत्रिय ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोविड देखभाल केंद्र गत्ते के उन पलंगों से तैयार किया गया है जिन्हें इस्तेमाल के बाद आसानी से नष्ट किया जा सकता है. यह भी पढ़ें : Home Isolation: हल्के या बिना लक्षण वाले कोविड-19 के मरीजों के होम आइसोलेशन के संबंध में संशोधित दिशा-निर्देश जारी
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इंदौर जिले में कोविड-19 के मरीजों के लिए करीब 7,500 बिस्तर उपलब्ध हैं और लगभग सभी बिस्तर अभी भरे हुए हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में 24 मार्च 2020 से लेकर अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 1,12,672 मरीज मिले हैं. इनमें से 1,147 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है.