मीडिया के अनुसार, प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के किसी भी उकसावे के खिलाफ जवाबी कार्रवाई का संकल्प लिया।
किम ने यह टिप्पणी एक अहम राजनीतिक बैठक के दौरान की। उनकी इस टिप्पणी से संकेत मिलता है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु शस्त्रागार को आधुनिक बनाने के लिए परीक्षण जारी रखेगा।
पर्यवेक्षकों का कहना है कि 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद, किम अमेरिका के साथ संभावित कूटनीति में लाभ के लिए अपने शस्त्रागार का उपयोग कर सकते हैं।
आधिकारिक कोरियाई सेंट्रल समाचार एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, सत्तारूढ़ पार्टी की पूर्ण बैठक के दूसरे दिन बुधवार को किम ने अमेरिका और उसके सहयोगियों की ‘गतिविधियों’ के मद्देनजर सेना और युद्ध सामग्री उद्योग को "युद्ध की तैयारियां तेज करने" का जिम्मा सौंपा।
एजेंसी ने कहा कि किम ने दुनिया की तेजी से बदलती भू-राजनीतिक स्थिति के बीच साम्राज्यवाद विरोधी देशों के साथ उत्तर कोरिया के रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने पर भी पार्टी का रुख स्पष्ट किया।
केसीएनए ने कहा कि किम ने दक्षिण कोरिया के साथ उत्तर कोरिया के संबंधों के बारे में भी चर्चा की।
सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की बैठक के कई दिनों तक चलने की उम्मीद है और इसकी समाप्ति के बाद सरकारी मीडिया द्वारा चर्चाओं का विवरण सार्वजनिक करने की उम्मीद है। बैठक के 31 दिसंबर को समाप्त होने की संभावना है।
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