देश की खबरें | खरगे की कांग्रेस नेताओं को अनुशासन की नसीहत, एकजुटता का आह्वान

हैदराबाद, 17 सितंबर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को पार्टी नेताओं को अनुशासन में रहने की नसीहत दी और कहा कि वे एकजुट रहें तथा अपने व्यक्तिगत मतभेदों को दूर रखकर कांग्रेस की सफलता को प्राथमिकता दें और ऐसा कुछ नहीं करें, जिससे पार्टी को नुकसान हो।

खरगे ने पार्टी की विस्तारित कार्य समिति की बैठक में कांग्रेस नेताओं से आगामी चुनावों के लिए तैयार रहने की अपील करते हुए कहा कि देश में बदलाव के संकेत हैं और कर्नाटक एवं हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बात का प्रमाण हैं।

खरगे ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसने अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए इस विषय पर समिति बनाई, जिसकी अध्यक्षता पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंप दी।

उन्होंने विस्तारित कार्य समिति की बैठक में कहा, ‘‘यह आराम से बैठने का समय नहीं है। दिन-रात मेहनत करनी होगी। हम सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, पर हमें हमेशा अनुशासन में ही रहना चाहिए।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं का आह्वान किया, ‘‘यह ध्यान रखें कि हम अहं या अपनी वाहवाही के लिए ऐसा कुछ न करें, जिससे पार्टी का नुकसान हो। अनुशासन के बगैर कोई नेता नहीं बनता। हम खुद अनुशासन में रहेंगे, तभी लोग हमारा अनुकरण करेंगे, हमारी बात मानेंगे।’’

उन्होंने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के हैदराबाद में ही 1953 में दिए उस वक्तव्य का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने अनुशासन की भावना पर जोर दिया था।

खरगे ने कहा, ‘‘कर्नाटक में हम एकजुट रहे, जिसका नतीजा सबने देखा।’’

उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि लोकतंत्र को बचाने के मकसद से केंद्र की ‘‘तानाशाह सरकार’’ को सत्ता से हटाने के लिए पूरी ताकत झोंकनी होगी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार जनता के मूलभूत मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए, नए-नए मसले लाकर ध्यान भटकाने की राजनीति करती है।

उन्होंने कहा, ‘‘जिन राज्यों में हमारी सरकार हैं, उनके अच्छे कामों को प्रचारित करना है। हमें यह भी बताना है कि केंद्र सरकार कैसे हमारी सरकारों की प्रगति में रोड़े डालती है। जहां हम विपक्ष में हैं, वहां हमें सत्तारूढ़ दल की खामियों और जनविरोधी नीतियों को बेनकाब करना है।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अगले दो-तीन महीनों में पांच राज्यों के चुनाव तय हैं। लोकसभा चुनाव महज़ छह महीने दूर हैं। जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव हो सकते हैं, हमें ये भी ध्यान रखना होगा।’’

खरगे ने कांग्रेस नेताओं से कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हमारी राज्य सरकारों ने सामाजिक न्याय का नया मॉडल बनाया है। इसके बारे में हमें पूरे देश को बताना है।’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी हैं और इसी क्रम में पिछले दो महीनों में 20 राज्यों के पदाधिकारियों और प्रमुख नेताओं के साथ विस्तार से बैठक कर वहां की रणनीति बनाई गई है।

खरगे ने पार्टी नेताओं का आह्वान किया, ‘‘हमें मतदाताओं के साथ लगातार संपर्क में रहना है। उनके सवालों का जवाब देना है। विरोधियों द्वारा फैलाई जा रही झूठी बातों की हमें तुरंत काट करनी है। मुद्दों और तथ्यों के आधार पर अपनी बात रखनी है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘2024 में महात्मा गांधी जी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने की शताब्दी है। 2023 कांग्रेस सेवादल की शताब्दी है। 2024 में भाजपा को सत्ता से बेदख़ल करना महात्मा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगा।’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)