कोच्चि, 29 अक्टूबर : केरल के कलामासेरी में ईसाइयों की प्रार्थना सभा में धमाके के बाद मची अफरातफरी के बीच प्रत्यक्षदर्शियों ने उस भयानक मंजर को बयां किया, जिससे स्थानीय प्रार्थना सभा स्थल पर सदमा और शोक की लहर दौड़ गयी. प्रार्थना केंद्र के बाहर सैकड़ों लोग जमा थे और चेहरों पर चिंता के भाव और आंखों में आंसू थे, जबकि अंदर छाई निराशा और रहस्य के बीच, पुलिस अधिकारी और दमकलकर्मी घायलों की तलाश कर रहे थे. एक बुजुर्ग महिला ने अपने स्तब्ध करने वाले अनुभव को याद करते हुए कहा, ‘‘जब मैंने पहले धमाके के बाद आंखे खोली तो सामने केवल आग का गोला देखा. और कुछ नहीं... और कुछ नहीं...केवल आग का गोला देखा. सभी लोग इधर-उधर भाग रहे थे.’’
ईसाई प्रार्थना केंद्र में रविवार सुबह हुए धमाके में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 36 लोग घायल हैं. सभागार में प्रार्थना के लिए एकत्रित होने वालों में महिलाएं एवं बुजुर्ग लोग भी थे. कंपकपाती आवाज में 70-वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति ने सभागार में भीड़ के बीच हुए धमाके की जानकारी दी. उन्होंने बताया, ‘‘मैं सभागार के एक किनारे खड़े होकर और आंख बंद कर प्रार्थना कर रहा था, तभी नजदीक धमाके की आवाज सुनकर स्तब्ध हो गया. मैंने चारों ओर आग ही आग देखा और अन्य लोगों के साथ बाहर की ओर भागा.’’ यह भी पढ़ें : Prayagraj: प्रयागराज में 108 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा की होगी स्थापना, जानें कब तक पूरा होगा निर्माण कार्य
उन्होंने कहा कि प्रार्थना सभा में शामिल होने वालों ने आज तक ऐसा मंजर कभी नहीं देखा था. प्रार्थना सभा के दौरान घटी घटना से उबरने की कोशिश करते हुए एक अन्य महिला ने बताया, ‘‘प्रार्थना सभा में शामिल लोगों में बड़ी संख्या में बुजुर्ग और बच्चे थे.’’ यह बताते हुए उनकी आवाज कांप रही थी. केरल के पुलिस महानिदेशक दर्वेश साहेब ने कहा कि धमाका इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से हुआ है.