देश की खबरें | तिरुवनंतपुरम में यूएई वाणिज्य दूतावास में तैनात केरल पुलिस के कर्मी का आत्महत्या का प्रयास

तिरुवनंतपुरम, 17 जुलाई तिरुवनंतपुरम स्थित संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्य दूतावास में तैनात केरल पुलिस के एक कर्मी ने यहां पास के तुम्बा में शुक्रवार को कथित तौर पर आत्महत्या करने का प्रयास किया। एक दिन पहले ही उसके परिवार ने उसके लापता होने की शिकायत की थी।

पुलिस ने बताया कि जय घोष ने अपनी कलाई कथित तौर पर काट ली जिससे रक्तस्राव हुआ। वह अपने पैतृक घर के पास पड़ा हुआ मिला और उसे यहां स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

यह भी पढ़े | Rajasthan Political Crisis: मानेसर की रिसॉर्ट में पहुंची SOG की टीम, यहीं ठहरे हैं सचिन पायलट समर्थक विधायक.

पुलिस ने बताया कि पुलिसकर्मी की स्थिति स्थिर बतायी गई है।

पुलिस ने बताया कि उक्त पुलिसकर्मी बृहस्पतिवार रात को अपने घर से लापता हो गया था और उसके परिवार ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज करायी थी।

यह भी पढ़े | हरियाणा: राजस्थान पुलिस की SOG टीम को रिजॉर्ट में प्रवेश करने की अनुमति मिली : 17 जुलाई 2020 की बड़ी खबरें और मुख्य समाचार LIVE.

पुलिस द्वारा शुक्रवार को खोज करने के दौरान उक्त पुलिसकर्मी अपने घर से कुछ मीटर दूर एक खाली प्लाट में पड़ा हुआ मिला।

उसने पुलिस को बताया कि उसने कुछ ब्लेड खाने के साथ ही अपनी कलाई भी काट ली थी।

पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर अपने परिवार को बताया था कि उसे कुछ लोगों से धमकियां मिल रही हैं और वह तनाव में देखा गया था।

यह घटना सनसनीखेज सोना तस्करी मामले के बीच सामने आयी है जिसमें सोना एक राजनयिक सामान में देश में लाया गया।

घोष पूर्व में यहां हवाई अड्डे पर तैनात था और 2017 से वाणिज्य दूतावास में तैनात था। उसने मामले की प्रमुख आरोपी स्वप्ना सुरेश से पांच जुलाई को कथित तौर पर कम से कम तीन बार सम्पर्क किया था जब सोना सीमा शुल्क विभाग द्वारा जब्त किया गया था।

करीब 15 करोड़ रुपये का सोना यहां एक राजनयिक सामान के तौर पर आया था और यूएई के एक अधिकारी के लिए था और सीमा शुल्क ने कहा है कि उसे संदेह है कि एक गिरोह ने सोना तस्करी के लिए राजनयिक छूट का दुरुपयोग किया।

मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की जा रही है। एनआई ने सुरेश, सरित, संदीप नायर और फाजिल फरीद के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून के तहत मामला दर्ज किया है।

सुरेश आईटी विभाग में काम करती पायी गई और सोने की तस्करी में उसका नाम आने के बाद उसकी संविदा सेवा समाप्त कर दी गई।

आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर को सुरेश और मामले के अन्य आरोपियों के साथ उनके कथित संबंधों को लेकर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के प्रमुख सचिव और राज्य आईटी सचिव के पद से हटा दिया गया था। उन्हें बृहस्पतिवार को निलंबित कर दिया गया।

फरीद अभी भी फरार है, जबकि यूएई वाणिज्य दूतावास के दोनों पूर्व कर्मचारियों सुरेश और सरित सहित अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)