देश की खबरें | कठुआ मुठभेड़ : पंजाब , जम्मू-कश्मीर पुलिस और बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की समीक्षा की

जम्मू, 11 जुलाई सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), जम्मू-कश्मीर और पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को कठुआ में बैठक की और इस दौरान वास्तविक समय में खुफिया जानकारी साझा करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की ताकि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ रोधी तंत्र को और मजबूत किया जा सके।

कठुआ में ही तीन दिन पहले आतंकवादियों ने घात लगाकर सेना के गश्ती दल पर हमला कर दिया था जिसमें पांच जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए हैं।

पूरी घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब कुछ दिन पहले ही आतंकवादियों ने सेना के गश्ती दल पर घात लगाकर हमला किया था।

माना जा रहा है कि ये आतंकवादी जम्मू संभाग के कठुआ और सांबा जिले के रास्ते या पंजाब के पठानकोट के रास्ते अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर आए थे।

अधिकारियों ने बताया कि बैठक में जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक आर. आर. स्वैन, पंजाब के उनके समकक्ष गौरव यादव और बीएसएफ के विशेष महानिदेशक, सेना पश्चिमी कमान वाई. बी. खुरानिया सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए। तीन घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई और कमियों को दूर करने पर जोर दिया गया ताकि पाकिस्तान की ओर से होने वाली घुसपैठ को रोका जा सके।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस और सीमा सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूत करने तथा वास्तविक समय में जानकारी साझा करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान आतंकवादी खतरों तथा हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने के लिए तालमेल को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।

उन्होंने बताया कि बैठक में जम्मू कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) विजय कुमार, पंजाब के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला और पंजाब एवं जम्मू के महानिरीक्षक स्तर के बीएसएफ अधिकारी भी मौजूद थे।

यह बैठक ऐसे समय हुई है जब अपेक्षाकृत शांत रहने वाले जम्मू संभाग में हाल में आंतकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं और नौ जून से आठ जुलाई के बीच पांच आतंकवादी हमले हुए हैं।

घुसपैठ के बारे में अधिकारियों ने कहा कि माना जाता है कि आतंकवादियों ने जम्मू के इन रास्तों का इस्तेमाल किया था जिनका इस्तेमाल वे दो दशक पहले तब करते थे जब इलाके में आतंकवाद अपने चरम पर था। जम्मू क्षेत्र को आतंकवादियों से मुक्त कर दिया गया था, लेकिन आतंकी गतिविधियों के फिर से शुरू होने से गंभीर सुरक्षा चिंताएं पैदा हो गई हैं।

अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों के अंतरराष्ट्रीय सीमा से सफलतापूर्वक घुसपैठ कर मछेड़ी के घने जंगलों तक पहुंचने का अनुमान है। यह जंगल उधमपुर में बसंतगढ़ और डोडा जिले में भद्रवाह से जुड़ा है।

बृहस्पतिवार को चौथे दिन भी आतंकवादियों की तलाश में व्यापक अभियान जारी रहा और अब तक 60 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

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