बेंगलुरु, 12 सितंबर : कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि नदी घाटी क्षेत्र में बारिश कम होने की वजह से राज्य फिलहाल कावेरी नदी का पानी पड़ोसी तमिलनाडु को देने की स्थिति में नहीं है. कावेरी नदी के जल का बहाव फिलहाल राज्य से तमिलनाडु की ओर नहीं होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्लयूएमए) में कर्नाटक के अधिकारी कम से कम पीने के लिए पानी बचाने की अपील करेंगे.
जल संसाधन मंत्री का भी प्रभार संभाल रहे शिवकुमार ने कहा, ''कावेरी मुद्दे पर हमारे अधिकारी फिलहाल बैठक में शामिल हो रहे हैं. हमारे यहां बारिश नहीं हुई है, इसलिए पानी नहीं है, हम उन्हें (सीडब्लयूएमए) इस तथ्य से अवगत कराएंगे. हम उन्हें बताएंगे कि पानी नहीं है, आलम यह है कि पीने का पानी मुहैया कराना भी मुश्किल हो रहा है....कृपया हमें कम से कम पीने का पानी बचाने की इजाजत दें. प्राधिकरण से हमारी यही अपील है.''उन्होंने कहा, ''पानी अब नहीं जा (तमिलनाडु) रहा है...बारिश नहीं हुई है. आप सभी बारिश के लिए प्रार्थना करें.''
सीडब्लयूएमए ने पूर्व में 29 अगस्त को कावेरी जल विनियमन समिति (सीडब्ल्यूआरसी) की सिफारिशों के आधार पर कर्नाटक से 15 दिनों के लिए रोजाना तमिलनाडु को पांच हजार क्यूसेक पानी देने का निर्देश दिया था. तमिलनाडु ने खड़ी फसलों के लिए कर्नाटक को कावेरी का पानी छोड़ने का निर्देश देने के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था. सूत्रों के मुताबिक, अगले हफ्ते उच्चतम न्यायालय में मामले की सुनवाई हो सकती है. शिवकुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कावेरी नदी जल विवाद और राज्य से संबंधित अन्य मुद्दों पर उनके साथ चर्चा के लिए मुलाकात का समय मांगा है. उन्होंने कहा, ''जैसे ही मुलाकात का समय मिलेगा, हम (मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल) चर्चा के लिए जाएंगे.''
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