बेंगलुरु, 19 जून कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने चन्नापटना विधानसभा उपचुनाव लड़ने की संभावना से इनकार नहीं किया और बुधवार को कहा कि वह पार्टी और क्षेत्र के मतदाताओं के ‘फैसले’ को मानने के लिए बाध्य हैं।
पड़ोसी जिले रामनगर के एक शहर के दौरे से पहले कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चन्नापटना मेरे दिल के सबसे करीब है। चन्नापटना ही वह जगह है जहां से मैंने राजनीति की शुरुआत की।’’
जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के नेता एवं केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद चन्नापटना विधानसभा सीट रिक्त हो गई है, ऐसे में इस सीट पर उपचुनाव जरूरी है।
इस सीट पर उपचुनाव के कार्यक्रम को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से फिलहाल कोई घोषणा नहीं की गई है।
शिवकुमार ने कहा, ‘‘चन्नापटना भी पहले साथनूर का हिस्सा था । मुझे चन्नापटना से खासा लगाव है, मैं चन्नापटना की मदद करना चाहता हूं। मैं चन्नापटना को बदलना चाहता हूं।’’
पूर्व में शिवकुमार साथनूर का प्रतिनिधित्व करते थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या उनके भाई एवं पूर्व सांसद डी.के. सुरेश चन्नापटना से चुनाव लड़ेंगे, उन्होंने कहा, ‘‘यह तय नहीं है। कमोबेश मैं अपने लिए ही वोट मांग रहा हूं।’’
हालांकि पहले चर्चा थी कि हाल के चुनावों में बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र से हारने वाले सुरेश को चन्नापटना विधानसभा उपचुनाव में उतारा जा सकता है, लेकिन अब अटकलें तेज हैं कि शिवकुमार क्षेत्र में अपना प्रभाव फिर से कायम करने के लिए चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, अगर शिवकुमार चन्नापटना से चुनाव लड़ते हैं और जीत हासिल करने में कामयाब होते हैं तो वह सुरेश के लिए कनकपुरा विधानसभा सीट खाली कर सकते हैं। वर्तमान में शिवकुमार कनकपुरा सीट से विधायक हैं।
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