इंदौर (मप्र), 4 अप्रैल : मानहानि मामले में दोषसिद्धि के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के घटनाक्रम को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ और लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने मंगलवार को सवाल उठाए और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर इशारों ही इशारों में निशाना साधा. दोनों नेताओं ने अखिल भारतीय पेशेवर कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई की इंदौर में ‘‘संविधान का संरक्षण और संविधान का उत्थान’’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में भाग लेने के बाद मीडियाकर्मियों को संबोधित किया. कमलनाथ ने कहा कि गांधी के कर्नाटक में चार साल पहले दिए गए बयान को लेकर मानहानि का मुकदमा गुजरात में चलाया गया जिसमें उन्हें सजा सुनाई गई और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया.
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पूर्ववर्ती सरकार में संसदीय कार्य मंत्री रहे कमलनाथ ने कहा कि वह संगोष्ठी में मौजूद वकीलों से पूछना चाहते हैं कि गांधी के खिलाफ उठाए गए कदम सद्भावनापूर्ण हैं या दुर्भावनापूर्ण? इस बीच, थरूर ने कहा कि कर्नाटक में वर्ष 2019 के दौरान दिए गए बयान में गांधी ने तीन-चार लोगों के नाम लेकर अपनी बात कही थी और उनके बयान का मतलब यह कतई नहीं था कि ‘‘मोदी’’ उपनाम वाले सभी लोग ‘‘चोर’’ हैं. उन्होंने कहा, ‘‘गांधी के कथन के दोनों अभिप्राय समझे जाने चाहिए थे और उन्हें चेतावनी देकर उनके खिलाफ मामला खत्म किया जाना चाहिए था, लेकिन उन्हें (संबंधित कानूनी प्रावधान के तहत) दो साल की अधिकतम सजा सुनाई गई.’’ यह भी पढ़ें : चीन को ‘प्रधानमंत्री की क्लीन चिट’ का परिणाम है अरुणाचल में जगहों का पुन: नामकरण: कांग्रेस
थरूर ने कहा कि ‘‘मोदी’’ उपनाम वाले जिस बयान को लेकर सुनाई गई सजा के बाद गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराया गया, वह उन्होंने एक चुनावी सभा में दिया था. उन्होंने कहा, ‘‘चुनावी भाषण में लोग बहुत सारी बातें बोलते हैं. आप सब जानते हैं कि भाजपा ने चुनावों के दौरान मेरे या कमलनाथ के बारे में क्या-क्या कहा है.’’