नयी दिल्ली, सात अगस्त दूरसंचार सेवा प्रदाता रिलायंस जियो की देश के कुल डेटा खपत में हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़कर लगभग 60 प्रतिशत हो गई। मूल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की सालाना रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
कंपनी के मुताबिक, अगली पीढ़ी के नेटवर्क और डिजिटल प्रौद्योगिकियों में जियो के बड़े निवेश से प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त और बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी बनी रहेगी और इससे आने वाले वर्षों में मजबूत और सतत शेयरधारक रिटर्न सुनिश्चित होगा।
वार्षिक रिपोर्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो ने किफायती, उच्च गति वाले 4जी डेटा के साथ ‘डेटा के लिहाज से कमजोर’ भारत को ‘डेटा-समृद्ध’ देश में बदल दिया और विश्व रिकॉर्ड समय में पूरे भारत में 5जी नेटवर्क का विस्तार भी किया।
वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, अगली पीढ़ी का फिक्स्ड वायरलेस नेटवर्क शुरू होने से उच्च गति वाले फिक्स्ड ब्रॉडबैंड की मांग तेज होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में इन सेवाओं की मांग में अधिक वृद्धि होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट कहती है कि जियो की स्वदेशी रूप से विकसित प्रौद्योगिकियों को भारत में बड़े पैमाने पर लागू किया जा रहा है और बाद में उन्हें दुनिया के बाकी हिस्सों में भी ले जाया जाएगा।
जनवरी-मार्च, 2024 तिमाही में प्रति व्यक्ति उच्चतम औसत डेटा उपभोग 28.7 जीबी प्रति माह दर्ज किया गया। इसके साथ कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 5जी उपयोगकर्ता आधार और अपने फिक्स्ड ब्रॉडबैंड कनेक्शन में वृद्धि के साथ कुल डेटा खपत में 31 प्रतिशत की सालाना वृद्धि दर्ज की है।
वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, “जियो ने एक अरब से ज्यादा भारतीयों को उनके घरों, दफ्तरों और चलते-फिरते डिजिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त डेटा क्षमता तैयार कर ली है। भारत में डेटा खपत में जियो की हिस्सेदारी बढ़कर लगभग 60 प्रतिशत हो गई है, जिससे यह सबसे पसंदीदा ब्रॉडबैंड नेटवर्क बन गया है।”
कंपनी मोबाइल और फिक्स्ड लाइन दोनों क्षेत्रों में भारतीय दूरसंचार बाजार में अग्रणी है। जियो का कुल ग्राहक आधार 48.18 करोड़ है, जिसमें 10.8 करोड़ 5जी उपयोगकर्ता और 1.2 करोड़ फिक्स्ड ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ता हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)