चाईबासा (झारखंड), 12 जुलाई झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले में बुधवार को माओवादियों से मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की कोबरा बटालियन के एक उप कमांडेंट घायल हो गये। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी और बताया कि तीन इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किये गये हैं।
आईईडी एक विस्फोटक पदार्थ है। पश्चिमी सिंहभूम जिले के पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने कहा कि 209 कोबरा बटालियन के घायल उप कमांडेंट दीपक कुमार तिवारी को हवाई मार्ग से रांची स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के साथ यह मुठभेड़ गोइलकेरा थाना अंतर्गत रेला पारल पहाड़ में तब हुई जब कोबरा बटालियन, झारखंड जगुआर और जिला सशस्त्र पुलिस के जवान बुधवार सुबह वामपंथी उग्रवादियों से प्रभावित इलाकों में तलाशी अभियान पर थे।
कोबरा और झारखंड जगुआर, दोनों बलों को माओवादियों के खिलाफ अभियान के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की जिस पर जवाबी कार्रवाई की गई।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मुठभेड़ के बाद चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान घटनास्थल पर खून के धब्बे पाए गए, जिससे पता चलता है कि माओवादी भी घायल हुए हैं पर कोई भी माओवादी नहीं मिला।
इस बीच भारी बारिश के कारण तलाशी अभियान रोकना पड़ा। बाद में बारिश रुकने के बाद इसे दोबारा शुरू किया गया।
सुरक्षाकर्मियों ने मंगलवार को रेला पारल से पांच किलोग्राम वजनी आईईडी बरामद किया।
पुलिस ने कहा कि जिले के कोल्हान क्षेत्र से नक्सली गतिविधियों को अंजाम दिये जाने की खुफिया सूचना के बाद 11 जनवरी से संयुक्त माओवादी विरोधी अभियान जारी है।
पुलिस ने कहा कि खुफिया सूचना के अनुसार इन गतिविधियों को अंजाम देने में मिसिर बेसरा उर्फ प्रधान दा, रमेश दा उर्फ अनल दा, मनोज दा उर्फ आकाश दा और भाकपा (माओवादी) पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रमोद मिश्रा सहित अन्य शीर्ष माओवादी नेता शामिल रहे हैं और इनमें से हर एक के सिर पर एक करोड़ रुपये का इनाम है।
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