लिस्बन, 1 नवंबर: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा सहित शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की तथा रक्षा, व्यापार, निवेश, पर्यटन और सीधा हवाई संपर्क जैसे क्षेत्रों में प्रमुख दक्षिणी यूरोपीय राष्ट्र के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की. जयशंकर ने यह भी कहा कि दोनों देशों ने ‘‘पुर्तगाल में काम करने के लिए भारतीय नागरिकों की नियुक्ति के समझौते’’ के कार्यान्वयन की समीक्षा की और वे इसके लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया पर सहमत हुए. उन्होंने कहा, ‘‘इसके लिए एक प्रायोगिक परियोजना शुरू होगी.’’
जयशंकर ने कहा कि भारत ने हमेशा पुर्तगाल को यूरोपीय संघ (ईयू) में अपने प्रमुख साझेदारों में से एक माना है. उन्होंने, ‘‘हम 2025 में 50 साल पूरे होने, अपने राजनयिक संबंधों की फिर से स्थापित करने के लिए तत्पर हैं.’’ पुर्तगाल के विदेश मंत्री जोआओ क्रेविन्हो के साथ मंगलवार को संयुक्त बयान में जयशंकर ने कहा, ‘‘हम कई क्षेत्रों में नयी ऊर्जा और गतिविधियां देखते हैं. व्यापार और निवेश स्पष्ट रूप से एक मजबूत प्रेरक कारक है. विशेषकर, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों जैसी कई भारतीय कंपनियों ने पुर्तगाल में अपनी पहचान बनाई है.’’
दो प्रमुख यूरोपीय देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से पुर्तगाल तथा इटली की अपनी चार दिवसीय यात्रा के पहले चरण में पुर्तगाल पहुंचे. जयशंकर ने कहा कि संयुक्त आर्थिक समिति को दोनों नेताओं के बीच हुई कुछ चर्चाओं पर आगे बढ़ने के लिए कहा जाएगा और ‘‘इस बारे में संभावना तलाशें कि हम स्वास्थ्य, फार्मास्यूटिकल्स, अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में और क्या कर सकते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने रक्षा सहयोग, स्टार्ट-अप, नवाचार पर भी चर्चा की.
हमने सीधा हवाई संपर्क के लिए भी वार्ता की.’’ यह भी कहा, ‘‘हमें पूरा विश्वास है कि एक बार जब हम इस दिशा में प्रगति कर लेंगे तो हमारे आदान-प्रदान का विस्तार होगा और दोनों देशों ने पर्यटन के विकास पर जोर दिया है और वह भी सीधा हवाई संपर्क के लिए जरिये बढ़ेगा.’’ जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, ‘‘आज (मंगलवार) प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा से मिलकर खुशी हुई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से हार्दिक शुभकामनाएं दीं.
समकालीन चुनौतियों पर चर्चा की और हमारे संबंधों को मजबूत करने के लिए उनके मार्गदर्शन की सराहना की.’’ उन्होंने पुर्तगाली गणराज्य की असेंबली के अध्यक्ष ऑगस्टो सैंटोस सिल्वा से भी मुलाकात की और दो लोकतंत्रों के करीबी सहयोग के महत्व पर चर्चा की.
एक अन्य पोस्ट में जयशंकर ने कहा, ‘‘आज सुबह लिस्बन में पुर्तगाली गणराज्य की असेंबली के अध्यक्ष ऑगस्टो सैंटोस सिल्वा से मिलकर खुशी हुई.
हमारे द्विपक्षीय संबंधों के लिए उनके मजबूत समर्थन को हमेशा महत्व दिया है। एक अस्थिर दुनिया में हमारे दो लोकतंत्रों के करीबी सहयोग के महत्व पर चर्चा की.’’ जयशंकर ने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि भारत की प्रमुख दुध एवं डेयरी कंपनी अमूल पुर्तगाली राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का पहला भारतीय क्षेत्रीय प्रायोजक है. उन्होंने यह भी कहा कि दोनों पक्षों ने लोथल (गुजरात में) में समुद्री विरासत परिसर पर चर्चा की, जिसे भारत पुर्तगाल के सहयोग से विकसित कर रहा है.
जयशंकर ने कुछ प्रवासी कार्यक्रमों में भाग लिया और लिस्बन में राधा कृष्ण मंदिर के सामने महात्मा गांधी और उनकी पत्नी कस्तूरबा गांधी के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की. पुर्तगाल से जयशंकर इटली जाएंगे जहां वह अपने समकक्ष रक्षा मंत्री और ‘मेड इन इटली’ मामलों के मंत्री एंटोनियो तजानी से मुलाकात करेंगे.
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