जालना, 14 अगस्त मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने बुधवार को राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार वोट खरीदना चाहती है।
जरांगे ने यह बात राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी रवि राणा की टिप्पणी के जवाब में कही। दरअसल, राणा ने कहा था कि यदि आगामी विधानसभा चुनावों में महिलाएं राजग के पक्ष में मतदान नहीं करेंगी तो 'लड़की बहिन' योजना के तहत दी गई धनराशि वापस ले ली जाएगी।
महाराष्ट्र में 'मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना' के तहत राज्य में 21-65 आयु वर्ग की पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये की मासिक सहायता मिलेगी।
बडनेरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले रवि राणा ने सोमवार को अमरावती में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि वह अक्टूबर-नवंबर में होने वाले चुनावों के बाद इस राशि को 1,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये करने की मांग करेंगे।
राणा ने अपने विवादास्पद बयान में कहा, ‘‘मैं आपका भाई हूं... लेकिन अगर आपने अभी आशीर्वाद नहीं दिया तो मैं आपके बैंक खातों से 1,500 रुपये वापस ले लूंगा।’’
राणा की टिप्पणियों के मद्देनजर इस योजना की तुलना साहूकारी से करते हुए जरांगे ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि सरकार 1500 रुपए देकर वोट खरीदना चाहती है, लेकिन लोग पहले जैसे भोले नहीं रहे। ’’
राणा की पत्नी एवं पूर्व सांसद नवनीत राणा ने अमरावती लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
जरांगे ने बुधवार को जालना जिले के अंतरवरली सरती में मीडिया से कहा कि अगर सरकार 29 अगस्त तक मराठा समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण नहीं देती है तो वे राज्य चुनाव लड़ने पर फैसला करेंगे।
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