अगर आपातकालीन गठबंधन सरकार बनती है तो कोरोना वायरस के कारण पैदा हुयी स्थिति से निपटा जा सकेगा, साथ ही संकट के समय एक और खर्चीले चुनाव को टाला जा सकेगा।
राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन ने नेतन्याहू और पूर्व सैन्य प्रमुख बेनी गैंट्ज़ को बातचीत पूरी करने के लिए कहा है।
नेतन्याहू और गैंट्ज़ दोनों ने अपनी बातचीत में "महत्वपूर्ण प्रगति" की सूचना दी। रिवलिन की जिम्मेदारी में गठबंधन के लिए वार्ताओं पर नजर रखना शामिल है। राष्ट्रपति ने कहा कि वह समझ रहे हैं कि बातचीत में दोनों नेता करीब आए हैं। राष्ट्रपति ने समझौते को अंतिम रूप देने के लिए और दो दिनों का समय दिया है जो बुधवार आधी रात समाप्त होगा।
अगर दोनों नेताओं की बातचीत नाकाम रहती है तो संसद भंग करने की नौबत आ सकती है और संभव है कि करीब एक साल में ही चौथी बार चुनाव की स्थिति पैदा हो जाए।
पिछले दोनों चुनावों की तरह पिछले महीने के चुनाव में भी किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल सका।
पूर्व में गैंट्ज़ बार-बार कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण वह नेतन्याहू के साथ सरकार में शामिल नहीं होंगे।
लेकिन कोरोना वायरस संकट गहराने और अपने गठबंधन में दरार की आशंका के बीच गैंट्ज़ ने पिछले महीने के अंत में अपना रुख बदला। उन्होंने महामारी से निपटने के लिए संयुक्त सरकार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए नेतन्याहू का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया।
लेकिन इस कदम ने गेंट्ज़ को अपने समर्थकों की ओर से भारी आलोचना का सामना करना पड़ा और इसका असर उनके गठबंधन पर भी दिखा जो बिखर गया। गठबंधन के करीब आधे सदस्यों ने खुद को इससे अलग कर लिया।
इज़राइल में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के करीब 11,800 मामले सामने आए हैं। इस बीमारी के कारण कम से कम 117 लोगों की मौत हो गई है और अर्थव्यवस्था ठहर गयी है।
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