नेतन्याहू के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बेनी गैंट्ज इस हफ्ते हैरिस, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सहित (जो) बाइडन प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करने वाले हैं. राष्ट्रपति जो बाइडन मंगलवार तक कैम्प डेविड में हैं. नेतन्याहू की धुर दक्षिणपंथी लिकुड पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा कि गैंट्ज ने वाशिंगटन में अपनी बैठक के लिए प्रधानमंत्री की अनुमति नहीं ली और इसलिए नेतन्याहू ने ‘वार कैबिनेट’ के सदस्य को कड़े शब्द कहे, जो इजराइल-हमास युद्ध के दौरान इजराइल के युद्धकालीन नेतृत्व के अंदर दरार को रेखांकित करता है.
‘वार कैबिनेट’, एक ऐसी समिति है जिसका गठन सरकार युद्ध का प्रभावी ढंग से संचालन करने के लिए करती है. गैंट्ज के साथ अपनी बैठक में हैरिस की योजना एक अस्थायी संघर्ष विराम समझौते पर जोर देने की है जो हमास द्वारा बंधक बनाये गये विभिन्न श्रेणियों के बंधकों की रिहाई का मार्ग प्रशस्त करेगा. बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इजराइल समझौते पर राजी हो गया है और व्हाइट हाउस ने कहा है कि अब आगे आने का दायित्व अब हमास का है. यह भी पढ़ें : अजित पवार ने सांसद अमोल कोल्हे पर साधा निशाना, कहा- राजनीति उनका क्षेत्र नहीं
हैरिस ने रविवार को अलबामा के सेल्मा में कहा था, ‘‘गाजा में व्यापक स्तर पर पीड़ा को देखते हुए, कम से कम अगले छह सप्ताह के लिए तत्काल संघर्ष विराम होना चाहिए और यह विषय अभी वार्ता की मेज पर है.’’ उन्होंने कहा कि इसके बाद बंधकों को बाहर निकाला जा सकेगा और बड़ी मात्रा में राहत सहायता पहुंचाई जा सकेगी.