
गाजा शहर में अल-अहली अस्पताल पर तड़के यह हमला हुआ।
अस्पताल के निदेशक डॉ. फदल नईम ने कहा कि हमले में आपातकालीन कक्ष, फार्मेसी और आसपास की इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं, जिससे 100 से अधिक मरीज और दर्जनों कर्मचारी प्रभावित हुए।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इजराइल की चेतावनी के बाद निकासी के दौरान एक मरीज की मौत हो गई, क्योंकि कर्मचारी तत्काल इलाज प्रदान करने में असमर्थ थे। यह मरीज एक लड़की थी।
इजराइल ने दावा किया कि उसने अस्पताल में स्थित एक हामस कमान और नियंत्रण केंद्र पर हमला किया। हालांकि, इजराइल ने इस संबंध में कोई सबूत नहीं दिया।
एसोसिएटेड प्रेस के वीडियो में अस्पताल की छत ध्वस्त और मलबा बिखरा नजर आ रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक डॉ. मुनीर अल-बोर्श ने कहा कि मरीजों को बिस्तरों में डालकर बाहर ले जाया गया और अब वे सड़कों पर हैं।
मोहम्मद अबू नासिर नामक एक घायल व्यक्ति ने कहा, "अस्पताल के अंदर या पूरे गाजा में कुछ भी सुरक्षित नहीं बचा है।" नासिर इजराइली हमले का निशाना बने अस्पताल के बाहर अपने बिस्तर पर बैठा हुआ था और विनाश को देख रहा था।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अस्पताल में सेवाएं अस्थायी रूप से बंद थीं और मरीजों को गाजा शहर के अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया था।
सहायता समूह ‘मेडिकल एड फॉर फलस्तीनी’ ने इसे युद्ध शुरू होने के बाद से अल-अहली पर पाँचवाँ हमला बताया।
अस्पतालों को अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत विशेष सुरक्षा प्राप्त है। इज़राइल ने उनकी कई बार घेराबंदी की और छापे मारे, और हमास पर अपने लड़ाकों के लिए कवर के रूप में अस्पतालों का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए कई बार हमला किया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)