नयी दिल्ली, चार अप्रैल पर्यावरण विशेषज्ञों ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर आईपीसीसी की ताजा रिपोर्ट सभी विकसित देशों को नेट जीरो अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने की प्रतिबद्धता की याद दिलाती है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने जलवायु परिवर्तन पर अंतरसरकारी पैनल (आईपीसीसी) की रिपोर्ट को टूटे हुए जलवायु वादों की ‘लंबी सूची’ करार दिया और चेतावनी दी कि ‘‘हम जलवायु आपदा की तरफ बढ़ने की दिशा में हैं।’’
काउंसिल ऑन इनर्जी इनवायरमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) ने कहा कि आईपीसीसी की नवीनतम रिपोर्ट सभी विकसित देशों को नेट जीरो अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ने की याद दिलाती है।
सीईईडब्ल्यू के सीईओ अरुणाभ घोष ने कहा, ‘‘ग्रह की गर्मी को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक रोकने में विफलता से हमारे पारिस्थितिक तंत्र को अपूरणीय क्षति होने की आशंका है, जो अर्थव्यवस्थाओं और कमजोर समुदायों को तबाह कर सकता है।’’
आईपीसीसी रिपोर्ट के एक अध्याय के समन्वयक प्रमुख लेखक नवरोज दुबाश ने कहा कि रिपोर्ट विकास और जलवायु कार्रवाई के बीच संबंधों को देखने के तरीके को विस्तृत करने का सुझाव देती है।
सीईईडब्ल्यू के फेलो वैभव चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘विकसित देशों विशेष रूप से चीन, अमेरिका और यूरोपीय संघ को जलवायु उत्सर्जन रोकने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए।’’
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