नयी दिल्ली, 22 मई ड्रोन विनिर्माता आयोटेकवर्ल्ड एविगेशन ने सोमवार को कहा कि पांच राज्यों में जुलाई के अंत तक सात दूरस्थ पायलट प्रशिक्षण संगठन अपना परिचालन शुरू देंगे और प्रत्येक प्रशिक्षण संगठन की सालाना 360 ड्रोन पायलटों को प्रशिक्षित करने क्षमता होगी।
कंपनी ने बयान में कहा कि गुरुग्राम और घरौंदा (हरियाणा), जोबनेर (राजस्थान); चिकबल्लापुर (कर्नाटक); समस्तीपुर (बिहार); राजमुंदरी और विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) में सात दूरस्थ पायलट प्रशिक्षण संगठन (आरपीटीओ) बन रहे हैं।
वर्तमान में, इस स्टार्टअप कंपनी ने आरपीटीओ के लिए कई विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों के साथ साझेदारी की है।
आयोटेकवर्ल्ड के सह-संस्थापक और निदेशक दीपक भारद्वाज के अनुसार, इस महीने घरौंदा और जोबनेर में स्थित दो आरपीटीओ काम करना शुरू कर देंगे।
जून में गुरुग्राम, चिकबल्लापुर और समस्तीपुर में स्थित तीन आरपीटीओ काम करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी और विजयवाड़ा में शेष दो आरपीटीओ जुलाई तक चालू हो जाएंगे।
इनके साथ आयोटेकवर्ल्ड के पास प्रति स्थल 360 नवोदित ड्रोन पायलटों को प्रशिक्षित करने की वार्षिक क्षमता होगी। कंपनी ने अब तक 400 से अधिक पायलटों को प्रशिक्षित करने में मदद की है।
आयोटेकवर्ल्ड के अन्य सह-संस्थापक और निदेशक अनूप उपाध्याय ने कहा कि सात नए आरपीटीओ खोलने से अधिक पायलटों को प्रशिक्षित करने में मदद मिलेगी जो ड्रोन को सुरक्षित और कुशलता से संचालित कर सकते हैं। इससे ड्रोन उद्योग में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
उन्होंने कहा कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 में 500 से अधिक ड्रोन बेचे हैं और इस साल कम से कम 3,000 ड्रोन बेचने का लक्ष्य है। कंपनी की मौजूदगी 12 राज्यों में है।
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