लखनऊ, 13 जुलाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में मतदान और मतगणना वाले दिन हिंसा हुई, जिसमें निर्दोष लोग मारे गए।
इसके साथ ही योगी ने कहा कि लोकतंत्र का ढिंढोरा पीटने वाले लोग ही लोकतंत्र को सर्वाधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने नागरिकों के साथ शासन की योजनाओं में और नौकरियों में भेदभाव करना सबसे बड़ा पाप है, जो सरकारें प्रदेश की प्रतिभाओं को आगे बढ़ने से रोकतीं थी, जनता ने उन्हें सबक सिखा दिया है।
एक बयान के मुतबिक मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को लोकभवन में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित नव नियुक्त अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल के पंचायत चुनाव में मतदान और मतगणना वाले दिन हिंसा हुई, निर्दोष लोग मारे गए। लोकतंत्र का ढिंढोरा पीटने वाले लोग लोकतंत्र को सर्वाधिक नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के अंदर आपने देखा होगा पंचायत, नगर निकाय, विधानसभा या किसी भी तरह का चुनाव हो, कोई हिंसा नहीं हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अभी तीन महीने पहले प्रदेश के अंदर चुनाव संपन्न हुए, कहीं कोई हिंसा नहीं हुई, मतदान केंद्र पर कोई कब्जा नहीं हुआ और कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई धांधली नहीं हुई।''
उन्होंने कहा, ‘‘यह वही प्रदेश है, जहां 2017 के पहले शांतिपूर्ण चुनाव कराना एक सपना हुआ करता था, लेकिन आज यह संभव हुआ है नेक नियति से जब कोई कदम उठाए जाते हैं तो उसके परिणाम भी सामने आते हैं।
पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने यह व्यवस्था बनाई है कि चयन की प्रक्रिया से लेकर नियुक्ति प्रक्रिया तक किसी भी अभ्यर्थी के साथ भेदभाव न होने पाए। विगत छह वर्ष में छह लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने में हम सफल रहे हैं और आज उत्तर प्रदेश की नियुक्ति प्रक्रिया पर कोई उंगली नहीं उठा सकता है।
उन्होंने कहा कि चुनौती से जो घबरा जाता है वह कुछ नहीं प्राप्त कर पाता, अगर चुनौती आपके सामने है तो इसका मतलब है कि आपके लिए कुछ नए अवसर आने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि 2021 से 2023 के बीच में डेढ़ वर्ष के अंदर हमारी सरकार 21 नियुक्ति पत्र कार्यक्रम संपन्न करा चुकी है और इसके तहत लगभग 55,000 युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किया गया है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी दर 19 फीसदी से ज्यादा थी और पिछले छह साल में हमारी सरकार प्रदेश में बेरोजगारी दर को कम करने में सफल रही है।
उन्होंने कहा कि दो करोड़ से अधिक युवाओं को हमलोगों ने स्वरोजगार के साथ जोड़ने का भी काम किया है।
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