नयी दिल्ली, नौ फरवरी शेयर बाजार में जारी उतार-चढ़ाव के बावजूद इक्विटी म्यूचुअल फंड में जनवरी में 12,546 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। इसका प्रमुख कारण नियमित अंतराल पर किये जाने वाले निवेश यानी एसआईपी के प्रति लोगों का आकर्षण है।
शुद्ध रूप से यह निवेश चार महीने में सर्वाधिक है। इससे पहले, दिसंबर में 7,303 करोड़ रुपये, नवंबर में 2,258 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 9,390 करोड़ रुपये इक्विटी म्यूचुअल फंड में लगाये गये थे। वहीं सितंबर में 14,100 करोड़ रुपये का प्रवाह हुआ था।
म्यूचुअल फंड इकाइयों के शीर्ष निकाय एसोसएिशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार यह लगातार 23वां महीना है, जब इक्विटी शेयर से जुड़ी म्यूचुअल फंड योजनाओं में पूंजी प्रवाह हुआ है।
‘ट्रेडिंग’ और निवेश मंच फायर्स के शोध प्रमुख गोपाल कावालीरेड्डी ने कहा, ‘‘शेयर बाजारों में उतार-चढ़ाव के बावजूद निवेशकों का इक्विटी म्यूचुअल फंड में भरोसा बना हुआ है। जनवरी में 12,546 करोड़ रुपये का प्रवाह इसका उदाहरण है। मासिक आधार पर यह 72 प्रतिशत अधिक है।’’
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य कारोबार अधिकारी अखिल चतुर्वेदी ने कहा कि जनवरी में इक्विटी म्यूचुअल फंड में जो मजबूत पूंजी प्रवाह हुआ है, उसका कारण एसआईपी के जरिये निवेश में तेजी है। इक्विटी म्यूचुअल फंड में लगातार निवेश निवेशकों में बढ़ती समझदारी को बताता है।
आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी से जुड़ी सभी योजनाओं में पूंजी निवेश किया गया। ‘स्मॉलकैप’ (छोटी कंपनियों में निवेश) योजनाएं सबसे पसंदीदा श्रेणी के रूप में उभरी हैं और इसमें 2,255 करोड़ रुपये का निवेश हुआ। उसके बाद ‘मिडकैप’ (मझोली कंपनियों में निवेश) और बड़े तथा मझोली कंपनियों का स्थान रहा। दोनों में क्रमश: 1,962 करोड़ रुपये और 1,902 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।
वहीं एसआईपी के जरिये जनवरी में पूंजी प्रवाह बढ़कर 13,856 करोड़ रुपये रहा जो दिसंबर में 13,573 करोड़ रुपये था। यह लगातार चौथा महीना है जब एसआईपी 13,000 करोड़ रुपये से ऊपर बना हुआ है।
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