मुंबई, आठ अगस्त रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में महंगाई की दर ऊंची रह सकती है पर वर्ष की दूसरी छमाही में यह नीचे आ जाएगी।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यहां मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक के निष्कर्ष और निर्णयों की जानकारी देते हुए कहा कि आपूर्ति की राह में अड़चने बनी हुई हैं इससे तमाम वर्ग की चीजों पर मुद्रास्फीति का दबाव है।
यह भी पढ़े | 7th Pay Commission: महंगाई भत्ता को लेकर मिल सकती है ये खुशखबरी, जल्द बड़े फैसले की उम्मीद.
उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर भी आर्थिक कारोबार कमजोर और कोविड-19 महामारी के बढ़ने से पुनरूद्धार के शुरुआती जो संकेत दिखते थे वह कमजोर पड़े हैं।
आरबीआई प्रमुख ने भारत के कृषि क्षेत्र पर उम्मीद व्यक्त करते हुये कहा कि खरीफ की फसल अच्छी रहने से ग्रामीण क्षेत्र में मांग सुधरेगी।
उन्होंने कहा कि भारत में कारोबार तेज होने लगा था लेकिन कारोना संक्रमण के मामले बढ़ने से मजबूरन कई जगह लॉकडाउन लगाना पड़ गया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)