नयी दिल्ली, 22 मार्च भारत की ‘युवा ब्रिगेड’ ने आईएसएसएफ विश्व कप में सोमवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए दस मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया ।
सौरभ चौधरी और मनु भाकर की जोड़ी ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए पीला तमगा जीता । वहीं दिव्यांश सिंह पंवार और इलावेनिल वलारिवान ने 10 मीटर एयर राइफल में मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया ।
मनु और सौरभ ने फाइनल में ईरान के गोलनोश सेबहातोलाही और जावेद फोरोगी को 16-12 से हराया। दूसरी सीरीज के बाद 18 वर्षीय चौधरी और 19 वर्षीय भाकर 0-4 से पीछे चल रहे थे लेकिन उसने इसके बाद शानदार वापसी की। भारत का वर्तमान प्रतियोगिता में यह पांचवां स्वर्ण पदक है और वह शीर्ष पर बना हुआ है।
यह इस जोड़ी का विश्व कप की मिश्रित टीम स्पर्धा में पांचवां स्वर्ण पदक है।
ईरानी टीम ने अच्छी शुरुआत की लेकिन एक बार जब भारतीय शुरुआती अड़चनों से पार पाने में सफल रहे तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और सोने का तमगा हासिल किया।
भारत की यशस्विनी सिंह देसवाल और अभिषेक वर्मा ने तुर्की के सेवाल इलाइदा तारहान और इस्माइल केलेस को 17-13 से हराकर कांस्य पदक जीता।
खिताब की प्रबल दावेदार चौधरी और भाकर की भारतीय जोड़ी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और वह पहली सीरीज में 0-2 से पिछड़ गयी। ईरानी टीम ने दूसरी सीरीज के बाद अपना स्कोर दोगुना कर दिया। इसके बाद चौधरी और भाकर ने वापसी की लेकिन ईरानी टीम ने चार शॉट की बढ़त बनाये रखी।
एक समय स्कोर 6-10 था लेकिन भारतीय जोड़ी ने लगातार तीन सीरीज जीतकर स्कोर 12-10 कर दिया। एक बार बढ़त हासिल करने के बाद भाकर और चौधरी ने ईरानी टीम को वापसी का मौका नहीं दिया और आखिर में चैंपियन बने।
भारतीय जोड़ी क्वालीफाईंग में 384 अंक लेकर दूसरे स्थान पर रही थी।
कांस्य पदक के मुकाबले में देसवाल और वर्मा ने शुरू से दबदबा बनाये रखा और पहली चार सीरीज में 8-0 की बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद तुर्की की टीम ने अच्छी वापसी की और नौ सीरीज के बाद स्कोर 10-8 कर दिया। भारतीय जोड़ी ने हालांकि हार नहीं मानी और आखिर में कांस्य पदक अपने नाम किया।
सुबह दिव्यांश और इलावेनिल की भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में 16 अंक बनाये और हंगरी की विश्व में नंबर एक इस्तावान पेनी और इस्जतर डेनेस को पीछे छोड़ा। हंगरी की टीम 10 अंक ही बना पायी। भारत का इस प्रतियोगिता में यह चौथा स्वर्ण पदक है।
डा. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में चल रही प्रतियोगिता में भारत के दोनों खिलाड़ियों ने अंतिम शॉट में समान 10.4 अंक बनाये जबकि हंगरी की जोड़ी ने 10.7 और 9.9 अंक बनाये।
इससे पहले वाले दौर में भारतीय खिलाड़ियों ने 10.8 का समान स्कोर बनाकर अपनी जीत पक्की कर दी थी क्योंकि हंगरी के दोनों खिलाड़ी समान 10.4 अंक ही बना पाये थे।
मैरी कारोलिन टकर और लुकास कोजेनीस्की की अमेरिकी जोड़ी ने पोलैंड की अनेटा स्टेनकीवज और टॉमस बर्टनिक को हराकर कांस्य पदक जीता।
इससे पहले इलावेनिल और दिव्यांश ने दूसरे क्वालीफिकेशन में क्रमश: 211.2 और 210.1 अंक बनाकर कुल 421.3 का स्कोर के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया था। पेनी और डेनेस ने क्वालीफिकेशन में कुल मिलाकर 419.2 अंक हासिल किये थे।
इस स्पर्धा में भाग ले रही भारत की अन्य जोड़ी अंजुम मोदगिल और अर्जुन बाबुता फाइनल में जगह नहीं बना पाये। वह 418.1 के स्कोर के साथ क्वालीफिकेशन में पांचवें स्थान पर रहे थे।
फाइनल्स में दिव्यांश और इलावेनिल ने 10.4 और 10.7 से शुरुआत की जबकि हंगरी के खिलाड़ियों ने समान 10.1 का स्कोर बनाया। भारतीय जोड़ी ने लगातार 10.4 या इससे अधिक का स्कोर बनाया और हंगरी की टीम को कोई मौका नहीं दिया।
दिव्यांश का यह टूर्नामेंट में दूसरा पदक है। उन्होंने पहले दिन व्यक्तिगत वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इलावेनिल हालांकि व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीतने से चूक गयी थी ।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)