नयी दिल्ली, 26 अप्रैल सरकार ने लॉजिस्टिक दक्षता में सुधार के लिये कई कदम उठाये हैं। इससे हाल में जारी विश्वबैंक के लॉजिस्टिक प्रदर्शन सूचकांक में भारत की रैकिंग में छह पायदान का सुधार हुआ है। आधिकारिक बयान में बुधवार को यह जानकारी दी गयी।
भारत लॉजिस्टिक प्रदर्शन सूचकांक (एलपीआई) में 139 देशों में 28वें स्थान पर है। रैंकिंग में सुधार का प्रमुख कारण बुनियादी ढांचे के साथ-साथ प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय निवेश है।
भारत 2018 में सूचकांक में 44वें स्थान पर था और 2023 की रैंकिंग में 38वें स्थान पर आ गया। लॉजिस्टिक के मामले में भारत का प्रदर्शन उल्लेखनीय रूप से सुधरा है। उस समय भारत 54वें स्थान पर था।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत ने लॉजिस्टिक को बेहतर बनाने के लिये 2015 से कई कदम उठाये हैं और विश्वबैंक ने भारत के प्रयासों पर गौर किया है।’’
बयान के अनुसार, ‘‘लॉजिस्टिक प्रदर्शन सूचकांक के छह संकेतकों में से चार के मामले में भारत का प्रदर्शन बेहतर रहा है और इसका कारण लॉजिस्टिक में सुधार को लेकर पिछले कुछ साल में उठाये गये विभिन्न कदम हैं।’’
उल्लेखनीय है कि केंद्र ने बुनियादी ढांचा नियोजन और विकास के लिये समन्वित रुख को लेकर अक्टूबर, 2021 में पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान की शुरुआत की।
इसी प्रकार, पिछले साल सितंबर में राष्ट्रीय लॉजिस्टिक नीति की घोषणा की। यह नीति लॉजिस्टिक से संबद्ध बुनियादी ढांचे और सेवाओं के उन्नयन और डिजिटलीकरण पर केंद्रित है।
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