बीजिंग, चार अगस्त भारतीय दूतावास के अधिकारी बुधवार को तियानजिन उन चीनी सुरक्षा अधिकारियों से मिलने पहुंचे जो 20 वर्षीय भारतीय छात्र अमन नागसेन की हत्या के मामले की जांच कर रहे हैं ताकि उसके पार्थिव शरीर को स्वदेश भेजा जा सके।
नागसेन मूल रूप से बिहार के बोध गया के रहने वाले थे और तियानजिन फॉरेन स्टडीज यूनिवर्सिटी में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन विषय के छात्र थे। वह 29 जुलाई को मृत मिले थे।
अधिकारियों ने बताया कि नागसेन के शव का पोस्टमॉर्टम हो चुका है और जल्द ही मृत्यु प्रमाणपत्र जारी करने की उम्मीद है जो शव को भारत भेजने के लिए जरूरी है।
भारतीय दूतावास के अधिकारी बीजिंग से करीब 100 किलोमीटर दूर तियानजिन गए हैं और उनके एक-दो दिन में लौटने की उम्मीद है।
चीन के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि नागसेन की हत्या हुई है और इस मामले में एक विदेशी को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, हत्या के आरोपी की राष्ट्रीयता की जानकारी नहीं दी गई है।
मंत्रालय ने कहा कि स्थानीय पुलिस की शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि यह हत्या का मामला है और संदेह है कि विश्वविद्यालय का ही अन्य विदेशी छात्र हत्या में शामिल है।
बयान में कहा गया, ‘‘संदिग्ध के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की गई है और मामले की जांच अभी जारी है।’’हालांकि, हत्या की वजहों की अभी जानकारी नहीं मिली है।
वहीं भारतीय अधिकारियों ने कहा कि उनकी कोशिश यथाशीघ्र कानूनी प्रक्रिया पूरी कर आने वाले दिनों में नागसेन के पार्थिव शरीर को भारत भेजने की व्यवस्था करने की है।
अधिकारियों ने बताया कि शव को भारत भेजने में समय लग सकता है क्योंकि दोनों देशों के बीच इस समय सीधी उड़ान नहीं है और तीसरे देश के रास्ते शव को भारत भेजना होगा।
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