जरुरी जानकारी | कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच भी भारतीय शेयर बाजार में बनी रही मजबूती: जुलिएस बेयर

नयी दिल्ली, 15 जून कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच भी भारतीय शेयर बाजारों में लगातार मजबूती दिख रही है और इस स्थिति के चलते मानक सूचकांक (बीएसई सेंसेक्स) अगले साल मार्च तक 58,500 के स्तर तक पहुंच सकता है। यह बात वैश्विक संपत्ति प्रबंधन कंपनी जुलिएस बायेर ने कही है।

कंपनी के प्रबंध निदेशक और प्रमुख (शोध) मार्क मैथ्यूज ने कहा, ‘‘भारत एक मजबूत बाजार है और कंपनियों की कमाई अंतत: शेयर कीमतों को आगे बढ़ाएगी।’’

कोविड-19 की दूसरी लहर में आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई। लेकिन इसके बावजूद घरेलू शेयर बाजार में तेजी बनी हुई है और प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स आौर निफ्टी दोनों अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गये हैं।

तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 50,700 के स्तर से ऊपर पहुंच गया। कारोबार के दौरान एक समय यह 52,869.51 की रिकार्ड ऊंचाई को भी छू गया था।

मैथ्यूज ने कहा, ‘‘सच कहा जाए, तो हम महामारी की दूसरी लहर से स्तब्ध और भयभीत थे। लेकिन, जिस तरह से बाजार ने इस पर प्रतिक्रिया दी, उससे भी मैं हैरान था ... इसलिए, यह तथ्य अपने आप में स्पष्ट करता है कि भारतीय बाजार की प्रकृति लगभग अटूट बनी हुई है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरे कहने का मतलब है कि अगर यह इस तरह की आपदा से भी नीचे नहीं गया, तो मुझे नहीं पता कि इसे क्या नीचे ले जा सकता है। इसलिए, मुझे लगता है कि यह एक बहुत मजबूत बाजार है।’’

आने वाले समय में बाजार को गति देने वाले कारकों के बारे में मैथ्यूज ने कहा कि कंपनियों की कमाई अंततः शेयर कीमतों को बढ़ाएगी। हाल के तिमाही परिणाम बेहतर रहे। कुछ ही जगह निराशाजनक नतीजे दिखे।

उन्होंने कहा कि भारतीय शेयर बाजार में तेजी बनी रह सकती है क्योंकि कंपनियों की आय समर्थन दे रही है। ‘‘हमारा अनुमान है कि सेंसेक्स अगले साल मार्च तक 58,500 के स्तर तक जा सकता है।’’

इस साल अब तक, सेंसेक्स 5,021.72 अंक यानी 10.51 प्रतिशत चढ़ चुका है।

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