जरुरी जानकारी | इंडियन ओवरसीज बैंक को चौथी तिमाही में 143.79 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ

नयी दिल्ली, 25 जून सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) को मार्च, 2020 को समाप्त तिमाही में 143.79 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ। फंसे कर्ज में उल्लेखनीय कमी से बैंक को लाभ हुआ है।

इससे पूर्व वित्त वर्ष 2018-19 की इसी तिमाही में बैंक को 1,985.16 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

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वित्त वर्ष 2019-20 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक को 6,075.49 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

आईओबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि वित्त वर्ष 2019-20 की मार्च तिमाही में आय 5,484.06 करोड़ रुपये पर स्थिर रही। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 5,473.92 करोड़ रुपये थी।

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आलोच्य तिमाही में फंसे कर्ज यानी एनपीए और आकस्मिक व्यय मद में प्रावधान घटकर 1,060.38 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में 4,501.92 करोड़ रुपये था।

बैंक की सकल गैर-निष्पादित परंसपत्ति (एनपीए) में अच्छा-खासा सुधार हुआ है। 31 मार्च, 2020 को समाप्त तिमाही में यह घटकर कुल कर्ज के 14.78 प्रतिशत पर आ गयी, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 21.97 प्रतिशत थी।

राशि के आधार पर एनपीए आलोच्य तिमाही में 19,912.70 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में 33,398.12 करोड़ रुपये था।

इसी प्रकार, शुद्ध रूप से फंसा कर्ज मार्च, 2020 को समाप्त तिमाही में घटकर 5.44 प्रतिशत पर आ गया, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 10.81 प्रतिशत था।

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