अंताल्या, 20 अप्रैल भारत की पुरुष रिकर्व टीम ने यहां चल रहे तीरंदाजी विश्व कप चरण एक में गुरुवार को तीन जीत दर्ज करते हुए नौ साल में पहली बार फाइनल में जगह बनाई।
अतनु दास, बी धीरज और तरूणदीप राय की तिकड़ी रविवार को स्वर्ण पदक के मुकाबले में चीन से भिड़ेगी। भारत अगर खिताब जीतता है तो यह विश्व कप की पुरुष रिकर्व टीम स्पर्धा में 13 साल के बाद उसका पहला स्वर्ण पदक होगा।
चौथी वरीय टीम के रूप में क्वालीफाई करने के बाद भारत की पुरुष रिकर्व टीम को पहले दौर में बाई मिली। भारत ने इसके बाद 13वें वरीय जापान को कड़े मुकाबले में 5-4 से हराया। भारतीय टीम ने शूट ऑफ में 29-28 के स्कोर से जीत दर्ज की।
चार सेट के बाद दोनों टीम 4-4 (49-52, 57-52, 54-51, 52-57) से बराबर थी जिसके बाद भारतीय टीम ने टाईब्रेकर में दो परफेक्ट 10 और एक नौ अंक के साथ जीत दर्ज की।
भारतीय टीम ने इसके बाद दो आसान जीत दर्ज की। टीम ने 12वें वरीय चीनी ताइपे और नौवें वरीय नीदरलैंड को 6-2 के समान अंतर से हराया।
कांस्य पदक के प्ले ऑफ में नीदरलैंड की भिड़ंत स्लोवेनिया से होगी।
चीनी ताइपे के खिलाफ भारतीय तिकड़ी को अधिक परेशानी नहीं हुई। टीम ने 4-0 की बढ़त बनाने के बाद 6-2 (55-54, 57-54, 51-53, 58-56) से मुकाबला अपने नाम किया।
शीर्ष वरीय और मेजबान तुर्की (6-0) को एकतरफा मुकाबले में हराने के बाद नीदरलैंड की टीम आत्मविश्वास से भरी थी। नीदरलैंड ने भारत के खिलाफ पहले सेट जीतकर 2-0 की बढ़त बनाई लेकिन भारतीय तिकड़ी ने जोरदार वापसी करते हुए मुकाबला 6-2 (56-58, 57-53, 57-55, 56-54) से जीत लिया।
भारत ने अंताल्या में ही 2008 में पहली बार विश्व कप में सफलता का स्वाद चखा था। जयंत तालुकदार, राहुल बनर्जी और मंगल सिंह चंपिया की टीम ने अपने मलेशियाई प्रतिद्वंद्वियों को 218-215 से हराकर विश्व कप में पहली बार रिकर्व पुरुष टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता।
तब से भारतीय पुरुषों की रिकर्व टीम ने विश्व कप में पांच स्वर्ण पदक जीते हैं।
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