देश की खबरें | बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का मुद्दा राजनयिक तरीके से उठाए भारत सरकार: पायलट

जयपुर, पांच दिसंबर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा का मुद्दा राजनयिक तरीके से उठाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हिंसा और किसी को निशाना बनाकर हमला किया जाना सहन नहीं किया जा सकता।

पूर्व उपमुख्यमंत्री ने राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सत्तारूढ़ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में सत्ता के कई केंद्र बन गए हैं और जनता का उससे मोहभंग हो चुका है।

पायलट ने अपने विधानसभा क्षेत्र टोंक में लोगों से मुलाकात की।

वह बुधवार रात पार्टी के एक कार्यकर्ता के घर पर रुके और उनके साथ भोजन किया।

उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार के मुद्दे पर संवाददाताओं से कहा, “किसी भी देश में हिंसा होना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जब लोगों को निशाना बनाकर मारा जाता है या उन पर जानबूझकर आक्रमण किया जाता है तो उसे कोई स्वीकार नहीं कर सकता है। अगर वहां पर हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं तो भारत सरकार को निश्चित रूप से यह मुद्दा उठाना चाहिए।”

पायलट ने कहा, “हम किसी भी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते। हम भी चाहते हैं कि कोई हमारे मामलों में हस्तक्षेप न करे लेकिन अगर हमारे पास की सीमा पर इस तरह की घटनाएं होती हैं तो हम लोगों को बड़ा दुख होता है। राजनयिक तरीके से बात उठाकर सरकार को सचेत करना पड़ेगा कि अगर ऐसे मारामारी होगी तो गलत संकेत जाता है।”

उन्होंने हमलों की निंदा की और कहा कि इसे तत्काल प्रभाव से रोका जाना चाहिए।

उन्होंने प्रदेश की भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता का एक साल में ही सरकार से मोहभंग हो चुका है।

कांग्रेस नेता ने कहा, “सरकार में जो मंत्री हैं उनकी बात को नहीं सुना जा रहा। प्रशासन-पुलिस काबू में नहीं हैं। अफसरशाही हावी है तो सरकार को अपने आंख व कान खोलने चाहिए। 12 महीने हो गए हैं और यह सरकार अपने काम से जनता के दिमाग पर कोई मोहर लगा नहीं पाई है। मैंने बहुत कम देखा है कि इतनी जल्दी लोगों का सरकार से मन उठ जाए।”

उन्होंने कहा, “एक साल हो गया है ग्रामीण इलाकों में निर्माण ठप पड़ा है। बजट घोषणाएं पूरी नहीं की। चार लाख नौकरी का वादा किया था, कितनी नौकरी मिली हैं? किसान परेशान हैं, कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। सरकार का नियंत्रण नहीं है। सत्ता के कई केंद्र बन चुके हैं।”

पायलट ने कहा कि वह कल रात पार्टी कार्यकर्ता रतन बैरवा के घर रुके और खाना खाया।

उन्होंने कहा कि यह यादगार अनुभव था।

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