नयी दिल्ली, 16 जनवरी भारतीय कंपनियां इस साल वेतन में औसतन 9.8 प्रतिशत की वृद्धि कर सकती हैं। यह पिछले वर्ष 2022 में 9.4 प्रतिशत की वृद्धि से थोड़ा अधिक है।
कोर्न फेरी के नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार शीर्ष प्रतिभाओं के लिए यह वेतन वृद्धि कहीं अधिक होगी। कंपनियां विभिन्न प्रतिभा प्रबंधन कदमों और क्षतिपूर्ति योजनाओं के माध्यम से महत्वपूर्ण और प्रमुख प्रतिभाओं को बनाए रखने पर ध्यान दे रही हैं।
सर्वेक्षण में लगभग 800,000 से अधिक कर्मचारियों वाले 818 संगठनों को शामिल किया गया। इस सर्वेक्षण के अनुसार 2023 में भारत में वेतन में 9.8 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है।
महामारी से प्रभावित वर्ष 2020 में वेतन वृद्धि 6.8 प्रतिशत से काफी कम थी। लेकिन मौजूदा वृद्धि का रुख मजबूत और बेहतर स्थिति को दर्शाती है।
भारत के बढ़े हुए डिजिटल क्षमता निर्माण पर ध्यान दिये जाने के अनुरूप, सर्वेक्षण में जीवन विज्ञान और स्वास्थ्य देखभाल और उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में क्रमशः 10.2 प्रतिशत और 10.4 प्रतिशत तक की वृद्धि का अनुमान लगाया गया है।
कोर्न फेरी के अध्यक्ष और क्षेत्रीय प्रबंध निदेशक नवनीत सिंह ने कहा, ‘‘हालांकि दुनिया भर में मंदी और आर्थिक नरमी की चर्चा हो रही है, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के छह प्रतिशत की दर से आगे बढ़ने का आशा की जा रही है।’’
सिंह ने आगे कहा कि प्रमुख प्रतिभाओं के लिए वेतन वृद्धि 15 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक भी हो सकती है।
कुछ अन्य क्षेत्रों के लिए यह वेतन वृद्धि - सेवा क्षेत्र के लिए 9.8 प्रतिशत, वाहन के लिए 9 प्रतिशत, रसायन के लिए 9.6 प्रतिशत, उपभोक्ता सामान के लिए 9.8 प्रतिशत और खुदरा क्षेत्र में 9 प्रतिशत होने का अनुमान है।
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